Haryana Budget Session: हरियाणा विधानसभा में गूंजेगा अवैध खनन, किसानों को मुआवजा, यूरिया और स्वास्थ्य सेवाओं का मुद्दा
पांच दिन के अवकाश के बाद हरियाणा बजट सत्र की कार्यवाही कल फिर शुरू होगी। इस दौरान प्रश्नकाल में अवैध खनन सहित कई मुद्दे उठेंगे। तीन दिन बजट पर होगी चर्चा फिर चार दिन रहेगी छुट्टी 21 मार्च को बजट पारित होगा।
राज्य ब्यूरो, चंडीगढ़। पांच दिन के अवकाश के बाद आज फिर से विधानसभा की कार्यवाही शुरू होगी। सरकार की घेराबंदी के लिए विपक्षी दलों ने प्रश्नकाल में अवैध खनन, किसानों को मुआवजा, यूरिया की कमी और स्वास्थ्य सेवाओं से जुड़े कई तीखे सवाल लगाए हैं जिन पर टकराव तय है।
शून्यकाल के बाद मनोहर बजट पर चर्चा शुरू होगी। इस दौरान बजट के विश्लेषण के लिए गठित सभी आठ समितियां सदन पटल पर अपनी रिपोर्ट रखेंगी जिसमें विभिन्न मदों में बदलाव की सिफारिशें की जाएंगी। मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने आठ मार्च को वित्त मंत्री के नाते वार्षिक बजट पेश किया था।
इसके बाद पांच दिन का अवकाश दिया गया ताकि एक करोड़ 77 लाख रुपये से अधिक के इस बजट पर विधानसभा कमेटियां मंथन कर सकें। अब ये कमेटियां विधानसभा में विभागवार अपनी रिपोर्ट पेश करेंगी। पहली बार विधानसभा अध्यक्ष ने संसद की तर्ज पर बजट के बाद रिसेस करके कमेटियों को बजट की पड़ताल का काम सौंपा है।
कमेटियों को यह अधिकार दिए गए हैं कि वे बजट की कमी-पेशी को दूर करके सरकार को सुझाव दे सकती हैं। कमेटियों को कहा गया था कि वे विभागवार व योजनावार बजट को लेकर अपनी सुझाव दें, ताकि सरकार को अगर सही लगे तो उसमें बदलाव किया जा सके।
सोमवार को दोपहर दो बजे से बजट सत्र की कार्यवाही शुरू होगी। प्रश्नकाल के बाद बजट एक घंटे का शून्यकाल भी संभव है। कई मुद्दों पर विपक्षी दलों ने ध्यानाकर्षण प्रस्ताव भी दिए हुए हैं। 14 से 16 मार्च तक बजट पर चर्चा होगी। इसके बाद 17 व 18 मार्च को होली के उपलक्ष्य में अवकाश रहेगा। 19 मार्च को शनिवार व 20 को रविवार की छुट्टी रहेगी। 21 मार्च को मुख्यमंत्री बजट पर उठाए गए सवालों के जवाब देंगे और बजट पास करवाया जाएगा।
22 तक चलेगा सदन
अभी तक तय शेड्यूल के हिसाब से बजट सत्र 22 मार्च तक चलेगा। इस दौरान सरकार विधानसभा में कई विधेयक भी पेश करेगी। जबरन धर्म परिवर्तन के खिलाफ विधेयक सदन में टेबल किया जा चुका है। कांग्रेस इस विधेयक का विरोध कर रही है।
माना जा रहा है कि सरकार जब इस बिल को पास करवाने का प्रस्ताव सदन में लाएगी तो इस पर फिर हंगामा होगा। इसी बिल पर विरोध और बिल की कापी फाड़ने के चलते पूर्व विधानसभा अध्यक्ष व बेरी के विधायक डा. रघुवीर सिंह कादियान को निलंबित भी कर दिया था। हालांकि उनके खेद प्रकट करने के बाद उन्हें बहाल कर दिया गया है।