मेडिकल के विद्यार्थियों के लिए बड़ी खबर, हरियाणा में अब MBBS की सीटें होंगी दो हजार
हरियाणा के मेडिकल विद्यार्थियों के लिए बड़ी खुशखबरी है। राज्य में अगले साल से एमबीबीएस की सीटें बढ़ जाएंगी और यह दो हजार हो जाएंगी।
पंचकूला, जेएनएन। हरियाणा के मेडिकल विद्यार्थियों के लिए बड़ी खुशखबरी है। राज्य के मेडिकल कॉलेजों में अगले साल से एमबीबीएस की सीटों में बढ़ोतरी होगी। मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने घोषणा की है कि अगले वर्ष से एमबीबीएस की सीटें 1710 से बढ़ाकर दो हजार कर दी जाएंगी। वर्ष 2014 में राज्य में एमबीबीएस की केवल 700 सीटें थी।
मनाेहर लाल ने यहां आयोजित एक कार्यक्रम में कहा कि डॉक्टरों की कमी मांग व आपूर्ति के अनुसार की जाएगी। साथ ही उन्होंने आगामी वर्ष से हर जिले के दो चिकित्सकों जिनमें एक प्राइवेट व एक सरकारी होगा, को राज्य सरकार की ओर से सम्मानित भी किया जाएगा। यह घोषणा मुख्यमंत्री ने पहली बार हरियाणा में मनाए गए राष्ट्रीय चिकित्सा दिवस के अवसर पर राज्य स्तरीय समारोह में की।
सीएम ने कहा कि एलोपेथी व आयुष चिकित्सा पद्धतियों में बेहतर समन्वय की जरूरत है ताकि आवश्यकता अनुसार मरीजों को तुरंत स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध हो सके। इस दौरान मुख्यमंत्री ने वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम से सिरसा में लगभग ढाई करोड़ की लागत से निर्मित माधो ङ्क्षसघाना के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र तथा दड़बा कलां और जमाल में निर्मित प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों का भी उद्घाटन किया।
पद्मश्री विजेताओं को किया सम्मानित
मुख्यमंत्री ने हरियाणा से जुड़े तीन पद्मश्री विजेता चिकित्सक पीआर गोयल, डॉ. अमोद गुप्ता व नरेंद्र कुमार पांडेय को भी सम्मानित किया। इसके अलावा पश्चिम कमान अस्पताल चंडीमंदिर के कमांडेंट मेजर जनरल चंद किशोर जमखौला, पीजीआइ से सेवानिवृत्त डॉ. एसके शर्मा, डॉ. एनके अरोड़ा तथा आइएमए हरियाणा के अध्यक्ष डॉ. कुलदीप खोखर को भी सम्मानित किया। उन्होंने हर वर्ष राष्ट्रीय चिकित्सा दिवस हरियाणा में सरकारी तौर पर आयोजित करने की घोषणा की। उन्होंने प्रदेश के चिकित्सकों को भी इस दिवस की बधाई दी।
डॉक्टरों की सुरक्षा में तैनात होंगे होमगार्ड
हरियाणा के स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने कहा कि चिकित्सकों की सुरक्षा के लिए राज्य के सभी सरकारी अस्पतालों में सुरक्षा के लिए होमगार्ड जवानों की सेवाएं ली जाएंगी। विज ने कहा कि पश्चिम बंगाल के पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. बीसी राय के जन्मदिन एवं पुण्यतिथि को हर वर्ष राज्य में मनाया जाएगा। गत चार वर्षों के दौरान प्रदेश में स्वास्थ्य क्षेत्रों में भारी सुधार हुआ है, हरियाणा में शिशु मृत्यु दर 41 से घटकर 30 तथा मातृ मृत्यु दर 127 से घटकर 101 हो गई है।
उन्होंने कहा कि प्राचीन चिकित्सा पद्धतियों को बढ़ावा देने के लिए कुरुक्षेत्र में बनाए गए श्रीकृष्णा आयुष विश्वविद्यालय में पहली बार आयुर्वेद के 5 विषयों में 24 पीजी सीटों पर इसी सत्र से दाखिला होंगे। पंचकूला में एनआइए की स्थापना की जा रही है। इसके अलावा राज्य के अन्तिम व्यक्ति तक स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध करवाने के लिए करनाल में दीनदयाल उपाध्याय चिकित्सा शिक्षा विश्वविद्यालय की स्थापना की है।