बादल की सलाह का भी नहीं हुआ असर, चुनावी रण में उतरे चौटाला चाचा और भतीजा
चौटाला परिवार को एकजुट होने की पंजाब के पूर्व सीएम प्रकाश सिंह बादल की सलाह का भी असर नहीं हुआ। अभय चौटाला और उनके भतीजे दुष्यंत चौटाला चुनावी रण में उतर गए हैं।
चंडीगढ़, जेएनएन। चौटाला परिवार में दूरी कायम है। पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल की एकजुट होने की सलाह का पूर्व मुख्यमंत्री ओमप्रकाश चौटाला के परिवार के सदस्यों पर कोई असर होता दिखाई नहीं दे रहा। चौटाला की पत्नी स्नेहलता के अंतिम संस्कार की सभी रस्में पूरी होते ही चाचा अभय सिंह और भतीजे दुष्यंत चौटाला फील्ड में उतर गए। दोनों ने अपनी-अपनी पार्टियों की राजनीतिक गतिविधियां भी शुरू कर दी।
दुष्यंत महम तो अभय कैथल में मनाएंगे ताऊ देवीलाल की जयंती
समझा जाता है कि राज्य में 20 अक्टूबर के आसपास विधानसभा चुनाव हो सकते हैैं। इसको लेकर चाचा अभय चौटाला ने अपनी पार्टी इनेलो और भतीेजे दुष्यंत चौटाला ने अपनी पार्टी जजपा के लिए गतिविधियां तेज कर दी हैं। दुष्यंत चौटाला और अभय चौटाला ने चुनाव से पहले 25 सितंबर को पूर्व उप प्रधानमंत्री स्व. ताऊ देवीलाल के अलग-अलग जयंती समारोह मनाने का ऐलान किया है। दुष्यंत चौटाला जननायक जनता पार्टी और बहुजन समाज पार्टी के गठबंधन के बैनर तले रोहतक के महम में ताऊ देवीलाल की जयंती मनाएंगे।
जजपा-बसपा गठबंधन की बैठक में शामिल हुए अजय चौटाला
जजपा-बसपा गठबंधन की शुक्रवार को हिसार में हुई संयुक्त बैठक में बसपा के प्रदेश प्रभारी मेघराज सहित दुष्यंत चौटाला के पिता अजय सिंह चौटाला भी शामिल हुए। बैठक में दुष्यंत चौटाला ने 25 से 31 अगस्त तक हर जिले में कार्यक्रम आयोजित करने का भी एेलान किया।
वहीं इनेलो के वरिष्ठ नेता अभय सिंह चौटाला इसी दिन कैथल में राज्य स्तरीय समारोह का आयोजन करेंगे, जो ताऊ देवीलाल को समर्पित होगा। अभय सिंह चौटाला ने सिरसा में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर इसकी जानकारी दी। अभय सिंह चौटाला ने कहा कि जो लोग इनेलो को छोड़कर गए हैैं, उनकी भाजपा में कोई पूछ नहीं हो रही और अब वह मारे-मारे घूम रहे हैैं। पिछले साल गोहाना में ताऊ देवीलाल का जयंती समारोह मना था, जिसमें हुल्लड़बाजी के आरोपों के बाद दुष्यंत को इनेलो से निकाले जाने की नींव पड़ी थी।
उधर, इनेलो सुप्रीमो ओमप्रकाश चौटाला ने अपनी पैरोल अवधि चार सप्ताह के लिए बढ़ाने के लिए दिल्ली हाई कोर्ट में आवेदन किया है। पत्नी स्नेहलता के देहावसान के कारण ओमप्रकाश चौटाला और उनके बेटे अजय सिंह चौटाला पैरोल पर आए थे। शोक पर पूरा परिवार एक साथ बैठा। सभी ने मिलकर अंतिम रस्में पूरी की।
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श्रद्धांजलि सभा में स्व. देवीलाल के साथी व ओमप्रकाश चौटाला के मित्र प्रकाश सिंह बादल ने पूरे परिवार की एकजुटता पर जोर दिया, लेकिन अजय, दुष्यंत, दिग्विजय, अभय सिंह, अर्जुन और करण ने जिस तरह से अपने-अपने स्तर पर राजनीतिक गतिविधियां शुरू की, उसे देखकर नहीं लग रहा कि अब यह परिवार राजनीतिक तौर पर एकजुट होगा।
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