साहब! हमारे बच्चे डूब जाएंगे,हमारी जान बचा लो
हथिनी कुंड से यमुना नदी में छोड़ा गया करीब साढ़े छह लाख क्यूसिक पानी अब धीरे-धीरे नदी किनारे बसे गांवों में कहर बरपाने लगा है। जलस्तर बढ़ने से लोग गांवों को छोड़कर सुरक्षित स्थानों पर जाने लगे हैं। प्रशासन द्वारा बाढ़ राहत बचाव कार्य के दावे भी ज्यादा कारगर साबित नहीं नजर आ रहे हैं। बनाए गए नियंत्रण कक्षों पर फोन करने से भी प्रभावित लोगों को ज्यादा मदद नहीं मिल पा रही है।
संवाद सहयोगी, पलवल: साहब यमुना का पानी लगातार बढ़ता जा रहा है। हमारे बच्चे डूब जाएंगे, हमारी जान बचा लो। यह बात स्थानीय लोगों की है जिन्होंने फोन पर हसनपुर थाना प्रभारी सुमन कुमार को कहा । दरअसल यमुना का लगातार बढ़ता जलस्तर लोगों के घरों में प्रवेश कर रहा है, लेकिन मदद के लिए जब लोगों ने नियंत्रण कक्ष में फोन लगाया तो वहां से कोई जवाब नहीं मिला। थक हारकर लोग सुमन प्रभारी को फोन किया। इससे प्रशासन द्वारा बाढ़ राहत बचाव कार्य के दावे फेल साबित होते दिख रहे हैं।
हथनी कुंड से यमुना नदी में छोड़ा गया करीब साढ़े छह लाख क्यूसिक पानी अब कहर बरपाने लगा है। जलस्तर बढ़ने से लोग गांवों को छोड़कर सुरक्षित स्थानों पर जाने लगे हैं।
नियंत्रण कक्ष से नहीं मिली मदद
बुधवार को नदी का जलस्तर करीब एक फुट तक बढ़ गया, जिसके कारण गांव माहौली के नंगला चंडीगढ़ में पानी घरों के अंदर प्रवेश कर गया। स्थानीय लोगों ने जब इस मामले को लेकर होडल में खोले गए बाढ़ नियंत्रण कक्ष को फोन लगाया तो वहां से कोई जवाब नहीं मिला। उसके बाद लोगों ने हसनपुर थाना प्रभारी सुमन कुमार को फोन कर कहा कि साहब यमुना में पानी तेजी से बढ़ रहा है, हमारे बच्चे डूब जायेंगे, हमारी जान बचा लो , जिसके बाद थाना प्रभारी भी प्रशासनिक अधिकारियों को फोन के माध्यम से जानकारी देते रहे कि शीघ्र ही नाव या एस्टिमर की व्यवस्था कराओ, ताकि ग्रामीणों की जान बचाई जा सके, लेकिन काफी देर तक कोई अधिकारी या बचाव के संसाधन की व्यवस्था नहीं हो सकी।
बाद में थाना प्रभारी सुमन कुमार हवलदार संजीत कुमार व सुरेश कुमार को साथ लेकर नंगला चंडीगढ़ पहुंचे, जहां पुलिस कर्मचारियों ने लगभग पांच फुट पानी में अंदर घुस कर बच्चे और महिलाओं सहित करीब सौ लोगों को बाहर निकाला। सुमन कुमार ने मामले की सूचना जिला पुलिस अधीक्षक वसीम अकरम व अपने आला अधिकारियों को भी दी। सुचना मिलने पर पुलिस अधीक्षक वसीम अकरम और डीएसपी मौजीराम घटना स्थल पर पहुंच गए।
पानी में डूबी फसलें
यमुना नदी में जल स्तर बढ़ने से हसनपुर क्षेत्र के गांव इंद्रानगर, अच्छेजा, काशीपुर, फाटनगर, टप्पा बिल्लोंचपुर, मोहबलीपुर, माहौली, बली मोहमदपुर, मुर्तजाबाद, हसनपुर के अलावा कई गावों के खेतों में लगी धान, ज्वार व अन्य फसलें डूब गई हैं। यदि जलस्तर थोड़ा और बढ़ा तो गांव मोहबलीपुर व इंद्रानगर में बाढ़ की संभावना है। साथ ही गांव थंथरी, गुरवाडी, महोली व फाटस्कोनगर आदि में भी बाढ़ की आशंका है।
नोडल अधिकारी नियुक्त किए
प्रशासन द्वारा इंद्रानगर के ग्रामीणों के लिए गांव अच्छेजा में लगाए गए बाढ़ बचाव व राहत शिविर की देखरेख के लिए जिला राजस्व अधिकारी पलवल को नोडल अधिकारी तथा हथीन के नायब तहसीलदार एवं बडौली के खंड विकास एवं पंचायत अधिकारी को सहायक अधिकारी नियुक्त किया गया है। इसी प्रकार गांव इंद्रानगर के बाढ़ बचाव व राहत कार्य के मद्देनजर पलवल के तहसीलदार को नोडल अधिकारी तथा पलवल के उपमंडल अभियंता ¨सचाई विभाग अंशुल व ¨सचाई विभाग पलवल के कनिष्ठ अभियंता रविकांत को सहायक अधिकारी, गांव मोहबलीपुर में बाढ़ बचाव व राहत कार्य के मद्देनजर पलवल के नायब तहसीलदार को नोडल अधिकारी तथा ¨सचाई विभाग पलवल के उपमंडल अभियंता अंशुल व ¨सचाई विभाग के कनिष्ठ अभियंता कपिल को सहायक अधिकारी, गांव फाटस्कोनगर हसनपुर में बाढ़ बचाव व राहत कार्य के मद्देनजर होडल के तहसीलदार को नोडल अधिकारी तथा ¨सचाई विभाग पलवल के उपमंडल अभियंता आफताब रहमान तथा ¨सचाई विभाग के कनिष्ठ अभियंता विनोद को सहायक अधिकारी, गांव महोली हसनपुर में बाढ़ बचाव व राहत कार्य के मद्देनजर हसनपुर के नायब तहसीलदार को नोडल अधिकारी तथा ¨सचाई विभाग पलवल के उपमंडल अभियंता आफताब रहमान व ¨सचाई विभाग के कनिष्ठ अभियंता शैलेंद्र को सहायक अधिकारी नियुक्त किया गया है।
जलस्तर पर नजर रखने के लिए भी अधिकारी नियुक्त
जिला उपायुक्त ने यमुना नदी में जल स्तर की जानकारी रखने और तुरंत ही उपायुक्त व नोडल अधिकारियों को सूचित करने एवं मिट्टी से भरे हुए कट्टों का पर्याप्त मात्रा में प्रबंध करने, जेसीबी मशीन, ट्रैक्टर आदि का प्रबंध करने, आवश्यकता के समय पानी के बहाव को रोकने के लिए श्रमिकों की पर्याप्त व्यवस्था करना व गांव थंथरी और गुरवाड़ी में भी अपने विभाग के अधिकारियों तथा कर्मचारियों को तैनात करने के लिए ¨सचाई विभाग पलवल के कार्यकारी अभियंता को नोडल अधिकारी नियुक्त किया गया है। एसडीएम पलवल (7988755055) तथा होडल (9812552090) इस बाढ़ बचाव व राहत कार्य के ओवरऑल इंचार्ज बनाया गया है। कार्यकारी अभियंता ¨सचाई विभाग उनका सहयोग करेंगे।
गस्त के लिए अधिकारियों की ड्यूटी लगाई
बाढ़ संभावित क्षेत्रों में गस्त व राहत शिविर के लिए सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम करने हेतु पुलिस अधीक्षक वसीम अकरम को नोडल अधिकारी नियुक्त किया गया है। राहत शिविर में शरणार्थियों के लिए ठहरने की उचित व्यवस्था करने, नाव व लाइफ जैकेट आदि उपलब्ध रखने, कंट्रोल रूम स्थापित कर ड्यूटी लगाने के लिए जिला राजस्व अधिकारी, जिला विकास एवं पंचायत अधिकारी, खंड विकास एवं पंचायत अधिकारी बडौली को नोडल अधिकारी नियुक्त किया गया है।
शिविर में व्यवस्था के लिए भी अधिकारी नियुक्त
राहत शिविर में चिकित्सकों की टीम तैनात करने, दवाइयों की व्यवस्था सुनिश्चित करने, गांव में फॉ¨गग कराना तथा एंबुलेंस सेवा सुचारु रूप से रखने के लिए सिविल सर्जन, शिविर में लाए गए पशुओं को पर्याप्त चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराने के लिए पशुपालन विभाग के उपनिदेशक, राहत शिविर में पशुओं के चारे की व्यवस्था के लिए कृषि विभाग के उपनिदेशक, शिविर में बिजली व प्रकाश की व्यवस्था करने तथा बाढ़ आने की सूचना प्राप्त होते ही प्रभावित गांवों में बिजली के तुरंत बंद करने के लिए बिजली निगम होडल के कार्यकारी अभियंता, राहत शिविरों में स्वच्छ पेयजल व अस्थाई बॉयोटॉयलेट लगाने के लिए जन स्वास्थ्य विभाग के कार्यकारी अभियंता को नोडल अधिकारी नियुक्त किया है। इसके अलावा शिक्षा, खान-पान, सफाई, परिवहन, सड़क मरम्मत के लिए भी अधिकारी नियुक्त किए गए हैं।