फोटो : पर्यावरण संरक्षण की दिशा में उठाने होंगे कदम: मलिक
कृषि विशेषज्ञ डॉ.महावीर ¨सह मलिक ने कहा है कि जिस तरह से वर्तमान में भूमि, जल, वायु सभी प्रदूषित हो रहे हैं, उससे आने वाली पीढ़ी के जीवन को खतरा पैदा हो रहा है। कृषि में रासायनिक उर्वरकों का अंधाधुंध इस्तेमाल, जल व प्राकृतिक संसाधनों का अत्याधिक दोहन तथा फसल अवशेष के जलाना सभी पर्यावरण के लिए हानिकारक हैं। समय रहते सभी को पर्यावरण संरक्षण की दिशा में कदम उठाने होंगे।
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सबहैड : गांच चांदहट मनाया विश्व पर्यावरण संरक्षण दिवस
संवाद सहयोगी, पलवल : कृषि विशेषज्ञ डॉ. महावीर ¨सह मलिक ने कहा कि जिस तरह से वर्तमान में भूमि, जल, वायु सभी प्रदूषित हो रहे हैं, उससे आने वाली पीढ़ी के जीवन को खतरा पैदा हो रहा है। कृषि में रासायनिक उर्वरकों का अंधाधुंध इस्तेमाल, जल व प्राकृतिक संसाधनों का अत्याधिक दोहन तथा फसल अवशेष को जलाना सभी पर्यावरण के लिए हानिकारक हैं। समय रहते सभी को पर्यावरण संरक्षण की दिशा में कदम उठाने होंगे।
डॉ. मलिक मंगलवार को एफएमसी डयूपोंट पेस्टीसाइड कंपनी द्वारा गांव चांदहट में आयोजित विश्व पर्यावरण दिवस कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। कार्यक्रम की अध्यक्षता सहकारी मार्के¨टग सोसायटी प्रबंधक सतबीर चौहान ने की तथा संचालन कंपनी के क्षेत्रीय विपणन प्रबंधक सुनील तोमर ने किया। उन्होंने कहा कि किसान रासायनिक कीटनाशकों के स्थान पर जैविक कीटनाशकों का इस्तेमाल करें और फसल अवशेष को खाद बनाएं।
मुख्य वक्ता बिक्री अधिकारी आशीष शर्मा ने कहा कि किसान नीले व हरे तिकोने निशान वाली दवाइयां ही फसलों पर इस्तेमाल करें। लाल पीले निशान वाली दवाइयां पर्यावरण को ज्यादा नुकसान पहुंचाती हैं। तोमर ने कहा कि कीटनाशक डब्बों पर दर्शाई गई सावधानियों पर ध्यान दें। सतबीर चौहान ने कहा कि कीटनाशक दवाओं का इस्तेमाल विशेषज्ञों की सलाह अनुसार ही करें।
सरपंच पूजा जाखड़ ने सभी का आभार जताया। इस मौके पर गांव में बरगद व नीम के पौधे भी रोपे गए। कार्यक्रम में वीरपाल, कुंवरपाल, विपिन, बिशन ¨सह, बंशीलाल, गिर्राज, धर्मवीर, नेपाल, रणजीत, कन्हैया, जयप्रकाश, प्रहलाद, सत्यपाल, जयवीर, नानकचंद, चंदरपाल, सुखवीर मुख्य रूप से मौजूद थे।