ई-पीटीएम में अभिभावकों से बातचीत कर ले रहे फीडबैक
घर पर पढ़ाई में बच्चे खूब रुचि ले रहे हैं। अभिभावक ई-पीटीएम के दौरान अपनी प्रतिक्रिया दे रहे हैं। इस दौरान ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाले विद्यार्थियों के कुछ अभिभावकों ने पढ़ाई में
संवाद सहयोगी, पलवल : बच्चे घर पर पढ़ाई में खूब रुचि ले रहे हैं। अभिभावक ई-पीटीएम के दौरान अपनी प्रतिक्रिया दे रहे हैं। ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाले विद्यार्थियों के कुछ अभिभावकों ने पढ़ाई में इंटरनेट की समस्या व स्मार्ट फोन की अनुपलब्धता को भी बाधा बताया है।
शिक्षा विभाग द्वारा ऑनलाइन शिक्षा को लेकर अभिभावकों से पीटीएम का आयोजन कर फोन पर फीडबैक लिया जा रहा है। इस दौरान 500 से अधिक स्कूलों के अभभावकों से संपर्क किया, जिसमें विद्यार्थियों व अभिभावकों से ऑनलाइन पढ़ाई की सुविधा व आने वाली बाधा के बारे में पूछा। अभिभावक शिक्षा विभाग के इस कार्य की सराहना कर रहे हैं। इस तरह का फीडबैक तो उस समय भी नहीं लिया जाता था, जब स्कूल खुले थे। ध्यान रहे कि लॉकडाउन में बच्चों की शिक्षा जारी रखने के लिए ऑनलाइन पढ़ाई करवाई जा रही है। इसके लिए टीवी पर प्रसारण के साथ ही वाट्सएप ग्रुप बनाकर पाठ्य सामग्री, वीडियो व ऑडिया विद्यार्थियों तक भेजी जा रही है। इसके लिए अध्यपकों से लेकर जिला शिक्षा अधिकारी तक की जिम्मेदारी निर्धारित की गई है। बातचीत में सामने आया कि बच्चों की पढ़ाई में मुख्य चुनौतियां स्मार्ट फोन, इंटरनेट, फोन तक बच्चों की कम पहुंच होना, टीवी के कार्यक्रम के समय बिजली का न होना और अभिभावकों का तकनीकी ज्ञान कम होना आदि हैं।
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ऑनलाइन शिक्षा के लिए अध्यापकों व विद्यार्थियों को अधिक मेहनत करनी पड़ रही है। लेकिन लॉकडाउन में यही सबसे अच्छा विकल्प है। अभिभावक बच्चों को टाइम टेबल बनाकर कार्य करवाएं।
- बलबीर सिंह, पूर्व जिला प्रधान, हसला
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ई-पीटीएम के माध्यम से शिक्षा विभाग द्वारा अभिभावकों के समक्ष आने वाली समस्याओं को जानने का प्रयास किया जा रहा है। अब उन्हें हल कर विद्यार्थियों को घरों पर पढ़ाई कराने के बेहतर कदम उठाए जाएंगे। विभाग सभी बच्चों को लॉकडाउन में ऑनलाइन पढ़ाई से जोड़ने के लिए प्रयास कर रहा है।
- अशोक बघेल, जिला शिक्षा अधिकारी