डिप्थीरिया को लेकर स्वास्थ्य विभाग सतर्क
मेवात एरिया में डिप्थिरिया(गलघोंटू) के केस निकलने के बाद जिला पलवल स्वास्थ्य विभाग सतर्क हो गया है। विभाग की तरफ से इस मामले में सर्तकता को लेकर चिकित्सकों की एक बैठक भी बुलाई गई। जिसमें गलघोंटू के केस निकलने पर उन्हें तुरंत प्रभाव से अस्पताल के लिए भेजने को कहा गया है। विभाग की तरफ से गांवों में आशा वर्कर व स्वास्थ कर्मियों को निर्देश दिए गए हैं कि वे अपने-अपने क्षेत्र में ऐसे संभावित डिप्थिरिया के केसों पर विशेष रूप से नजर रखें।
- स्वास्थ्य विभाग ने डिप्थीरिया पर ध्यान देने के लिए सतर्कता बढ़ाई
संवाद सहयोगी, पलवल : मेवात एरिया में डिप्थीरिया (गलघोंटू) के केस निकलने के बाद जिला पलवल स्वास्थ्य विभाग सतर्क हो गया है। विभाग की तरफ से इस मामले में सर्तकता को लेकर चिकित्सकों की एक बैठक भी बुलाई गई जिसमें गलघोंटू के केस निकलने पर उन्हें तुरंत प्रभाव से अस्पताल के लिए भेजने को कहा गया है। विभाग की तरफ से गांवों में आशा वर्कर व स्वास्थ कर्मियों को निर्देश दिए गए हैं कि वे अपने-अपने क्षेत्र में ऐसे संभावित डिप्थीरिया के केसों पर विशेष रूप से नजर रखें।
बता दें कि मेवात में डिप्थीरिया के एक दर्जन मामले सामने आए हैं। इसमें आधा दर्जन बच्चों की इस बीमारी से मौत हो चुकी है। क्योंकि पलवल भी मेवात से स्टा हुआ है, इसलिए यहां पर ऐसे केसों को लेकर स्वास्थ्य विभाग सर्तक हो गया है। विभाग के उच्च अधिकारियों की तरफ से आए आदेशों के बाद स्वास्थ्य विभाग के जिले स्तर के अधिकारियों की बैठक लेकर ग्रामीण एरिया में गलघोंटू पर नजर रखने की हिदायत दी गई हैं। डिप्थीरिया को लेकर सभी सीएचसी व पीएचसी पर स्वास्थ्य कर्मियों को गांवों में जाकर संभावित पीड़ित बच्चों की जांच के लिए कहा गया है ताकि समय पर ऐसे मरीजों की पहचान के बाद उन्हें स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान की जा सकें।
- डॉ. रेखा ¨सह, उप सिविल सर्जन पलवल।