पर्यावरण संरक्षण: बरगद का जन्मदिन मनाकर देते हैं पर्यावरण संरक्षण का संदेश
पर्यावरण संरक्षण के प्रति जागरूकता देखनी है तो हसनपुर बस स्टैंड मार्केट के दुकानदारों से सीखें। दुकानदारों को देवी-देवताओं और महापुरुषों की पूजा व जन्मदिन आदि मनाते तो आपने सुना होगा, लेकिन बस स्टैंड मार्केट के दुकानदार पिछले 14 वर्षों से एक बरगद का जन्मदिन मनाते हैं। बाकायदा पेड़ की विधिवत पूजा अर्चना की जाती है और भंडारे का भी आयोजन किया जाता है।
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- हर साल होती है जन्मदिन पर पूजा और भंडारा
- 14 सालों से सारी मार्केट के दुकानदार करते आ रहे हैं आयोजन
सुरेंद्र चौहान, पलवल
पर्यावरण संरक्षण के प्रति जागरूकता देखनी है तो हसनपुर बस स्टैंड मार्केट के दुकानदारों से सीखें। दुकानदारों को देवी-देवताओं और महापुरुषों की पूजा व जन्मदिन आदि मनाते तो आपने सुना होगा, लेकिन बस स्टैंड मार्केट के दुकानदार पिछले 14 वर्षों से एक बरगद का जन्मदिन मनाते हैं। पेड़ की विधिवत पूजा अर्चना के बाद बाकायदा भंडारे का भी आयोजन किया जाता है।
ऐसा इसलिए नहीं कि बरगद के पेड़ के प्रति उनके अंदर कोई अंधविश्वास है, बल्कि वृक्षों के प्रति आने वाली पीढ़ी को जागरूक करने के लिए ऐसा किया जाता है। मार्केट में 14 साल पूर्व दुकानदारों ने इस बरगद के पौधे को सात सितंबर को रोपा था और उसका जन्मदिन मनाया था। तभी से दुकानदार हर साल उसका जन्मदिन मनाते आ रहे हैं। इसका एक और भी उद्देश्य है।
दुकानदार त्रिलोकचंद पेंटर के अलावा कस्बा निवासी आस मोहम्मद, राजेंद्र ¨सह, विक्रम ¨सह यात्री, चतर ¨सह, अमरचंद शर्मा, बिट्टू गर्ग, जगपाल, अजय तोमर, सूरजभान वशिष्ठ का कहना है कि ज्यादातर लोग पौधा रोपने के बाद उन्हें भूल जाते हैं, जिसके कारण बहुत से पौधे सूख जाते हैं। हर साल जन्मदिन बनाए जाने से पौधे के पेड़ बनने तक उसकी देखभाल का भी संदेश दिया जाता है।
दुकानदारों से प्रेरित होकर हजारों लोग बरगद की पूजा अर्चना करने लगे हैं। जन्मदिन वाले दिन बाकायदा लोग बरगद को तिलक लगाकर और पूजा अर्चना कर जन्मदिन मनाते हैं और दुकानदार भंडारा लगाते हैं, जिसमें लोग प्रसाद ग्रहण किया।
समाजसेवी वीरेंद्र शर्मा ने बताया कि बरगद का जन्मदिन लोगों को पर्यावरण संरक्षण के प्रति जागरूक करने के लिए किया जाता है। इस बरगद से बाजार में आने वाले लोगों को गर्मियों में शीतल छाया मिलती है और प्राणदायिनी आक्सीजन प्राप्त होती है।