चार साल से फाइलों में अटका सद्भावना मंडप
शहर में सद्भावना मंडप बनाए जाने की योजना चार साल बाद भी फाइलों में अटकी पड़ी है।
गजराज सिंह, हथीन
शहर में सद्भावना मंडप बनाए जाने की योजना चार साल बाद भी फाइलों में अटकी पड़ी है। सद्भावना मंडप बनाने लिए अभी तक लोक निर्माण विभाग की तरफ से न तो ड्राइंग ही पूरी हो पाई है और न ही एस्टीमेट की मंजूरी।
शहर में सद्भावना मंडप बनाए जाने की घोषणा सितंबर 2016 में मेवात माडल स्कूल के गर्ल्स होस्टल के उद्घाटन समारोह के मौके पर केंद्रीय अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने की थी। घोषणा के बाद लोक निर्माण विभाग ने अक्टूबर 2016 में ड्राइंग व लगभग दो करोड़ 91 लाख रूपये की अनुमानित लागत का एस्टीमेट मंजूरी के लिए मुख्यालय भेजा था। हालांकि अभी तक मंजूरी नहीं मिल पाई है। क्षेत्र में कोई बड़ा सभागार न होने के चलते लोगों को खुले मैदानों या फिर जिला मुख्यालय में जाकर कार्यक्रम करने को विवश होना पड़ता है।
क्षेत्रवासियों की मांग पर केंद्रीय मंत्री ने सद्भावना मंडप बनाए जाने की घोषणा की थी। लोक निर्माण विभाग द्वारा मंडप बनाने की योजना पर कछुआ गति से कार्य हो रहा है। जल्द ही मंत्री से मिल योजना को सिरे चढ़वाया जाएगा।
- सुधीर आर्य, निवासी हथीन मंत्री जो घोषणाएं करते हैं उन्हें कार्य पूरा होने तक ध्यान देना चाहिए। चार साल से लटकी यह योजना खटाई में पड़ती नजर आ रही है। विभाग के उच्च अधिकारियों को चाहिए कि जल्द से जल्द इस योजना को पूर्ण कराएं।
- डा. असगर हुसैन, राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष शहीदाने सभा सद्भावना मंडप का निर्माण जल्द से जल्द कराना चाहिए। मंडप का निर्माण होने से सभी क्षेत्रवासियों को लाभ होगा।
-धनीराम पहलवान, निवासी मढ़नाका सद्भावना मंडप की ड्राइंग व एस्टीमेट मंजूरी के लिए मुख्यालय भेजा हुआ है। इस पर कुछ आपत्तियां लगीं थीं, उन्हें पूरा कर दिया गया है। मंजूरी मिलने के बाद आगे की कार्रवाई नियमानुसार अम्ल में लाई जाएगी।
- इंद्राज सिंह, एसडीओ, लोक निर्माण विभाग, हथीन