स्टेडियम में नाबालिग खिलाड़ियों का प्रवेश नहीं होगा आसान
स्टेडियमों में 18 साल से कम आयु के खिलाड़ियों का आसानी से प्रवेश नहीं होगा। इसके लिए अभिभावकों का सहमति पत्र लेना होगा।
संवाद सहयोगी, पलवल: स्टेडियमों में 18 साल से कम आयु के खिलाड़ियों का आसानी से प्रवेश नहीं होगा। इसके लिए अभिभावकों का सहमति पत्र लेना होगा। इसे खेल विभाग के कार्यालय में जमा कराना होगा। इसमें लिखा होगा कि अगर उसके बच्चे को खेल के दौरान कोई बीमारी या दिक्कत होती है, तो जिम्मेदारी उनकी होगी।
बकौल वरिष्ठ कोच रामलोटन सिंह, स्टेडियम में खेल के लिए निदेशालय ने नए नियम भेजे हैं। इसमें नाबालिगों को अभिभावकों से लिखवाकर लाना होगा कि वे उनकी जिम्मेदारी पर अभ्यास करने जा रहे हैं। जांच के बाद ही खिलाड़ी अभ्यास कर पाएंगे। खेल विभाग ये एहतियात कोरोना संक्रमण को लेकर बरत रहा है। इस दौरान एक खेल के 10 खिलाड़ी व एक कोच मैदान में होंगे। इनके जाने के बाद दूसरे खिलाड़ी अभ्यास कर पाएंगे। कोच की लगातर क्लास लगेगी। इसमें चिकित्सक उन्हें बताएंगे कि कैसे खिलाड़ियों को सैनिटाइज करना है और कैसे कोरोना संक्रमण से बचना है। कोच यही जानकारी रोजाना खिलाड़ियों को देंगे। स्टेडियम में अभ्यास में लिए आने वाले खिलाड़ियों को पास जारी होंगे। बिना पास के स्टेडियम में नो इंट्री होगी। पेयजल या दूसरी खाने की चीज खिलाड़ी को अपनी अलग रखनी होगी। अगर कोई खिलाड़ी बीमार है, तो वह मैदान में नहीं आएगा। दूसरे लोगों को स्टेडियम में नहीं आने दिया जाएगा। ये सावधानी रखी जाएगी
-गर्मी से खिलाड़ियों का बचाव करना होगा।
-खिलाड़ियों का एक ग्रुप अभ्यास कर स्टेडियम से निकलेगा, तभी दूसरे ग्रुप का प्रवेश होगा।
-गर्मी को देखते हुए खेल अधिकारी खिलाड़ियों के लिए समय तालिका तैयार करेंगे।
-स्टेडियम में जिम व स्वीमिग पूल को बंद रखा जाएगा।
-बिना पास के स्टेडियम में नहीं आ सकेंगे खिलाड़ी। वर्जन..
निदेशालय की गाइडलाइन के अनुसार स्टेडियमों में खिलाड़ियों के लिए अभ्यास करने की अनुमति दी गई है। इसमें शारीरिक दूरी का पालन करना होगा व दर्शकों के आने की अनुमति नहीं होगी। 18 वर्ष से कम उम्र के खिलाड़ियों के लिए अभिभावकों का सहमति पत्र जरूरी है।
-प्रीतम सिंह, जिला खेल अधिकारी