एनकाउंटर में मारे गए गैंगस्टर बलराज भाटी का बेहद खास था उमेश
सूत्र बताते हैं कि बलराज की बहन की ससुराल व उमेश की बुआ का घर अलीगढ़ के एक ही गांव में है। इसी के चलते दोनों की मुलाकात व पहचान हुई।
जागरण संवाददाता, पलवल: मूल रूप से पलवल जिले के गांव भिडूकी के रहने वाले इनामी कुख्यात गैंगस्टर उमेश को गुरुग्राम एसटीएफ की टीम ने उत्तराखंड के देहरादून से गिरफ्तार कर लिया है। उसके खिलाफ जिले में हसनपुर थाना, शहर थाना व चांदहट थाना में मारपीट, लूट, आर्म्स एक्ट, हत्या व हत्या के प्रयास सहित कुल 11 मामले दर्ज हैं। उमेश पुलिस एनकाउंटर में मारे गए गैंगस्टर बलराज भाटी का करीबी था। उसने नोएडा में फ्लैट लिया था, जिसमें बलराज ठहरता था। वह अक्सर बलराज के साथ रहता था और पलवल व फरीदाबाद में भी उसे ठहराता था।
सूत्र बताते हैं कि बलराज की बहन की ससुराल व उमेश की बुआ का घर अलीगढ़ के एक ही गांव में है। इसी के चलते दोनों की मुलाकात व पहचान हुई। उमेश पलवल, फरीदाबाद, गुरुग्राम, मेवात के इलाके में सक्रिय दो परस्पर विरोधी गिरोहों में से एक के सरगना को जानता था। लिहाजा उसने बलराज को मिलवाया। इसके बाद बलराज को हरियाणा और राजस्थान के अलावा झारखंड में भी सुरक्षित ठिकाने उपलब्ध करवाए। कुछ एक बड़ी वारदात को अंजाम देने के बाद वह झारखंड जाकर भी छिपा। पुलिस सूत्र बताते हैं कि बलराज के एनकाउंटर के दौरान वह उसके साथ ही था, मगर बच निकला था। पलवल पुलिस ने रखा था 25 हजार का इनाम
गैंगस्टर उमेश पर पलवल पुलिस की ओर से 25 हजार का इनाम घोषित किया गया था। पिछले वर्ष 17 मई को गांव काशीपुर के समीप उमेश ने अपने नौ साथियों के साथ एक व्यक्ति पर जानलेवा हमला किया था। पीड़ित से गोली मारकर लूटपाट की वारदात को अंजाम दिया गया था, जिस मामले में उसपर पलवल पुलिस की ओर से इसी वर्ष 24 मई को 25 हजार का इनाम घोषित किया गया था।
गैंगस्टर को आज गुरुग्राम एसटीएफ की ओर से गिरफ्तार करने की सूचना प्राप्त हुई है। पलवल पुलिस के लिए यह बड़ी सफलता है। एक-दो सालों से हमे इसकी तलाश थी।
- दीपक गहलावत, पुलिस अधीक्षक