दो दिवसीय दिव्यांग खेल व सांस्कृतिक प्रतियोगिता संपन्न
मंगलवार को दो दिवसीय दिव्यांग बच्चों की जिला स्तरीय खेल एवं सांस्कृतिक प्रतियोगिता का समापन हो गया।
जागरण संवाददाता, पलवल : समग्र शिक्षा अभियान के तहत महर्षि दयानंद चौक स्थित नेताजी सुभाष चंद्र बोस स्टेडियम में मंगलवार को दो दिवसीय दिव्यांग बच्चों की जिला स्तरीय खेल एवं सांस्कृतिक प्रतियोगिता का समापन हो गया। दूसरे दिन की प्रतियोगिता का शुभारंभ खंड शिक्षा अधिकारी सुखबीर सिहं ने झंडी दिखाकर किया। दूसरे दिन की प्रतियोगिता में पलवल, होडल, हथीन व हसनपुर ब्लॉक के दिव्यांग खिलाडियों ने फ्लैग मार्च निकाला। इस मौके पर प्रिसिपल रमेश चंद छाबड़ी, एपीसी हुक्म चंद, एपीसी राणा, सुनील कुमार सहित अन्य विशेष टीचर मौजूद थे।
जिला स्तरीय खेल एवं सांस्कृतिक प्रतियोगिता के प्रथम दिन विभिन्न आयु वर्ग में 100 मीटर दौड़, 200 मीटर दौड़, लॉंग जंप, शॉट फुट, टग ऑफ वार की प्रतियोगिता आयोजित की गई। प्रतियोगिता के दौरान दिव्यांग खिलाड़ियों ने अपनी प्रतिभा का जौहर दिखाया। समग्र शिक्षा अभियान के परियोजना अधिकारी हुक्मचंद ने बताया कि प्रतियोगिता के दूसरे दिन एकल नृत्य व गीत तथा समूह नृत्य प्रतियोगिता का आयोजन किया गया।
इस मौके पर वक्ताओं ने कहा कि दिव्यांग बच्चों में प्रतिभा की कोई कमी नहीं होती है। प्रतियोगिता का उद्देश्य दिव्यांग बच्चों में छुपी हुई प्रतिभा को बाहर निकालना है। उन्होंने कहा कि दिव्यांग बच्चे अपने आप को कमजोर नहीं समझें। प्रतियोगिताओं के माध्यम से दिव्यांग बच्चों को एक ऐसा मंच प्रदान किया जा रहा है जिसके माध्यम से उनकों आगे बढने का मौका दिया जाएगा।
विश्व दिव्यांग दिवस के अवसर पर स्थानीय लोगों ने कहा कि दिव्यांगजन प्रतिभा के धनी होते है। सामान्य जनों से भी अधिक प्रतिभा उनके अंदर छुपी रहती है। दिव्यांगों को खेल व शिक्षा में आगे बढाकर उनकी प्रतिभा को निखारा जा सकता है। दिव्यांगों के अभिभावकों को जागरूक करने की जरूरत है। कि दिव्यांगों को अभिशॉप नहीं समझें बल्कि उनकी प्रतिभा को निखारकर सामने लाए। दिव्यांगों ने अपनी प्रतिभा के दम पर देश व प्रदेश में अपना नाम रोशन किया है।