लापरवाही के कारण बह गया लाखों रुपये का शीरा
पलवल सहकारी चीनी मिल में कुछ कर्मचारियों की लापरवाही से लाखों रुपये का शीरा नालियों में बह गया। घाटे में चल रही चीनी मिल को इस कारण काफी आर्थिक नुकसान पहुंचा है। चर्चा है कि नालियों में दो गाड़ियों से लेकर पांच गाड़ियों में भरा शीरा बह गया। अब इस मामले में जांच बैठा दी गई है।
- प्रबंध निदेशक ने बैठाई जांच, तीन दिन में आएगी रिपोर्ट
संजीव मंगला, पलवल
पलवल सहकारी चीनी मिल में कुछ कर्मचारियों की लापरवाही से लाखों रुपये का शीरा नालियों में बह गया। घाटे में चल रही चीनी मिल को इस कारण काफी आर्थिक नुकसान पहुंचा है। चर्चा है कि नालियों में दो गाड़ियों से लेकर पांच गाड़ियों में भरा शीरा बह गया। अब इस मामले में जांच बैठा दी गई है।
मिल के गन्ना पिराई सत्र के दौरान चीनी के निर्माण के समय बड़ी मात्रा में शीरा निकलता है। इसका प्रयोग शराब बनाने तथा अन्य कार्यों में लिया जाता है। मिल निविदा छोड़कर इस शीरा को बेच देती है। शीरा की सुरक्षा तथा इसे बेचने का कार्य भी विशेष कर्मचारियों को सौंपा जाता है। यह पहला मौका है कि जब कर्मचारियों की लापरवाही के कारण शीरा नालियों में बह गया।
शुरू में तो इस बात को छिपाने का प्रयास किया गया, परंतु जब मिल कर्मचारियों के बीच काना-फूसी हुई तो मामला मिल के प्रबंध निदेशक तक पहुंच गया। बाद में एक कर्मचारी ने शीरा बहने की शिकायत प्रबंध निदेशक से लिखित रूप में की, जिस पर जांच बैठा दी गई। अब कहा जा रहा है कि इस मामले में जो भी दोषी पाया जाएगा, उसके खिलाफ विभागीय कार्रवाई की जाएगी तथा नुकसान की रिकवरी की जाएगी। उन कारणों की भी जांच की जाएगी, जिस कारण शीरा बह गया। मिल के आला अधिकारियों तथा शुगर फेड अधिकारियों तक यह मामला पहुंच गया है। मुझे इस बारे में सूचना मिली है। मैं अधिकारियों से बातचीत करूंगा। मामले की पूरी जानकारी ली जाएगी। मिल के हित में जो कार्रवाई बनती है, वह की जाएगी।
- देवीचरण मंगला, उपाध्यक्ष, सहकारी चीनी मिल पलवल मैंने शीरा बहने के मामले में जांच बैठा दी है। जांच कमेटी में मुख्य लेखाकार, मुख्य कैमिस्ट तथा मुख्य अभियंता को शामिल किया गया है। तीन दिन में जांच रिपोर्ट मांगी गई है। जो भी इस मामले में दोषी पाया जाएगा, उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
- जितेंद्र कुमार गर्ग, प्रबंध निदेशक, सहकारी चीनी मिल पलवल