डेढ़ साल बीतने के बाद भी नहीं शुरू हुआ छात्रावास
संवाद सहयोगी, हथीन: अल्पसंख्यक मंत्रालय द्वारा दो करोड़ 30 लाख की लागत से मेवात मॉडल स्कूल में
संवाद सहयोगी, हथीन: अल्पसंख्यक मंत्रालय द्वारा दो करोड़ 30 लाख की लागत से मेवात मॉडल स्कूल में बनाया गया छात्रावास डेढ़ साल बीतने के बाद भी शुरू नहीं हो पाया है। स्कूल की छात्राओं को अभी भी घर से ही स्कूल आना-जाना पड़ रहा है। बताया जाता है कि छात्राएं स्कूल के बने छात्रावास में रहने को तैयार नहीं है। इसलिए अब इस भवन को शैक्षणिक कार्य के लिए उपयोग करने की योजना बनाई जा रही है।
बता दें कि केंद्रीय अल्पसंख्यक मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) मुख्तार अब्बास नकवी ने 29 सितंबर 2016 को हथीन के मेवात मॉडल स्कूल में मंत्रालय द्वारा खर्च की गई दो करोड़ 30 लाख की लागत से बने छात्रावास को मेवात मॉडल स्कूल के लिए समर्पित किया था, ताकि क्षेत्र के गांवों से आने वाली बच्चियों को आवासीय सुविधाएं प्रदान की जा सकें। भव्य बनाए गए छात्रावास में 100 लड़कियों के लिए रहने की व्यवस्था की गई थी, लेकिन 18 माह बीत जाने के बाद भी कोई व्यवस्था रहने की नहीं हुई। सूत्रों के मुताबिक आसपास की पढ़ने वाली छात्राओं ने रहने की सहुलियत से इंकार कर दिया गया। सवाल यह उठता है कि जब यहां पर रहने की व्यवस्था शुरू ही नहीं की गई तो इतनी बड़ी रकम खर्च करने की क्या जरूरत थी।
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हमने कई बार प्रयास किया की छात्रावास को शुरू किया जाए, लेकिन यहां आस-पास के गांवों की छात्राएं पढ़ती हैं, जो स्कूल छुट्टी के बाद घर चली जाती हैं।
- कांता रानी, प्रबंधक मेवात मॉडल स्कूल हथीन।
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लड़कियों के नहीं रुकने पर इस आवासीय परिसर को अब शैक्षणिक उद्देश्य के लिए प्रयोग किया जाएगा। वर्तमान सरकार मुख्यमंत्री के निर्देशों पर शिक्षा के स्तर को बढ़ाने के लिए गंभीर है। इसलिए बच्चों की संख्या बढ़ाकर भवन का उपयोग कक्षाओं के लिए होगा।
- खुर्शीद अहमद राजाका, चेयरमैन मेवात विकास एजेंसी।