दो वर्ष भी नहीं चली पाई दो करोड़ से बनी सड़क
पलवल : सरकारी योजनाएं व कार्य जाने क्यों आगा दौड़-पीछा चौड़ की चाल चलते हैं। ताजा उदाहरण लोकनिर्माण विभाग द्वारा जैंदापुर से देहलाका व पारोली को जाने वाली सड़क का है, जिसे कि करीब दो वर्ष पूर्व बनाया गया था जो कि आज जर्जर होकर लोगों के लिए परेशानी का सबब बन रही है। करीब दर्जन भर गांवों को जोड़ने वाली यह सड़क चांदपुर, देहलाका व पारोली के लिए मुख्य मार्ग है।
- तीन गांवों को शहर से जोड़ती है, दर्जनों गांव होते हैं प्रभावित
- लोकनिर्माण विभाग ने कराया था सड़क का निर्माण, चार वर्ष का था वारंटी पीरियड
जागरण संवाददाता, पलवल : सरकारी योजनाएं व कार्य जाने क्यों आगा दौड़-पीछा चौड़ की चाल चलते हैं। ताजा उदाहरण लोक निर्माण विभाग द्वारा जैंदापुर से देहलाका व पारोली को जाने वाली सड़क का है, जिसे करीब दो वर्ष पूर्व बनाया गया था जो कि आज जर्जर होकर लोगों के लिए परेशानी का सबब बन रही है। करीब दर्जन भर गांवों को जोड़ने वाली यह सड़क चांदपुर, देहलाका व पारोली के लिए मुख्य मार्ग है।
लोक निर्माण विभाग द्वारा बनाई गई इस सड़क का निर्माण वर्ष 2016 में देव कंस्ट्रक्शन द्वारा किया था। विभागीय नियम के अनुसार इस सड़क का वारंटी पीरियड चार वर्ष रखा गया था। सड़क को दो हिस्सों में बनाया गया था एक जेंदापुर से पारोली तथा दूसरी देहलाका से सहराला। इस सड़क मार्ग को चांदपुर, देहलाका पारोली, कलवाका, सहराला, मंदपुरी, छपरौला, पृथला व सीकरी की तरफ जाने वाले लोग इस्तेमाल करते हैं। चांदपुर, देहलाका और पारोली के लिए तो यही मुख्य रास्ता भी है। सड़क निर्माण के कुछ समय बाद ही जगह-जगह से उखड़ने लगी थी तथा अब तो बदतर हालत हो चली है। सड़क पर बने गड्ढों के चलते आए दिन दुर्घटनाएं होती रहती हैं लोगों का आवागमन मुश्किल हो गया है। सड़क के निर्माण कार्य में बहुत ही घटिया सामग्री का इस्तेमाल हुआ था, जिसका परिणाम सामने है कि सड़क पर गहरे गड्ढे होने शुरू हो गए हैं। हमने तो निर्माण के समय भी शिकायत की थी की सामग्री ठीक नहीं लगाई जा रही। यदि तभी ध्यान दे दिया जाता तो आज परेशानी सामने न आती।
- सुबेदार कन्हीराम, ग्रामीण दो वर्ष पूर्व बनी सड़क से राहगीरों का निकलना दूभर हो चुका है। सड़क जर्जर होने की वजह से आए दिन दुर्घटनाओं का डर बना रहता है। निर्माण के समय ही ध्यान दे दिया जाता तो यह हालत न होती।
- हुकम ¨सह, ग्रामीण सरकार ने तो करोड़ों रुपये की राशि खर्च कर सड़क का निर्माण करा दिया, लेकिन निर्माण में अनियमितता के चलते सड़क दो वर्ष तक भी नहीं टिक पाई है। विभागीय व प्रशासनिक अधिकारियों से शिकायत की गई है, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई।
- राधा, सरपंच देहलाका सड़क के जर्जर होने संबंधी कोई शिकायत नहीं मिली है। दैनिक जागरण से ही समस्या के बारे में पता चला है। जांच कराकर संबंधित ठेकेदार को तलब किया जाएगा। यदि निर्माण में सामग्री की गुणवत्ता ठीक नहीं पाई गई तो ठेकेदार के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
- एके ¨सगला, कार्यकारी अभियंता