लोकसभा चुनाव में अधिकतर पार्टियों के बदल सकते हैं चेहरे
लोकसभा चुनाव के आगाज के साथ ही राजनीतिक दलों व चुनाव लड़ने के इच्छुक नेताओं ने अपनी तैयारियों को अंतिम रुप देना शुरू कर दिया है। अप्रैल माह में संभावित लोकसभा चुनाव में फरीदाबाद-पलवल संसदीय क्षेत्र से अधिकांश प्रमुख राजनीतिक दलों के चेहरे बदल सकते हैं। वर्ष 2014 के आम चुनाव में मोदी लहर पर सवार कृष्णपाल गुर्जर ने कांग्रेस के प्रत्याशी अवतार ¨सह भड़ाना को बड़े अंतर से हराया था।
संजय मग्गू, पलवल
लोकसभा चुनाव के नजदीक आने के साथ ही राजनीतिक दलों व चुनाव लड़ने के इच्छुक नेताओं ने अपनी तैयारियों को अंतिम रूप देना शुरू कर दिया है। अप्रैल में संभावित लोकसभा चुनाव में फरीदाबाद-पलवल संसदीय क्षेत्र से अधिकांश प्रमुख राजनीतिक दलों के चेहरे बदल सकते हैं। वर्ष 2014 के आम चुनाव में मोदी लहर पर सवार कृष्णपाल गुर्जर ने कांग्रेस प्रत्याशी अवतार ¨सह भड़ाना को बड़े अंतर से हराया था। गत चुनाव में तीसरे स्थान पर इनेलो के आरके आनंद, चौथे पर बसपा के राजेंद्र शर्मा तथा पांचवें स्थान पर आम आदमी पार्टी के पुरुषोत्तम डागर रहे थे।
पिछला लोकसभा चुनाव जीतने के बाद से कृष्णपाल गुर्जर जहां मोदी सरकार में बतौर राज्यमंत्री फरीदाबाद-पलवल का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं वहीं अन्य प्रत्याशियों की दिशा बदल चुकी है। कांग्रेस से हारे प्रत्याशी अवतार ¨सह भड़ाना वाया इनेलो भाजपा में शामिल होकर यूपी में सत्ता सुख भोग रहे हैं। यह बात अलग है कि यूपी की विधानसभा में उनका पहले दिन से ही मन नहीं लग रहा तथा वे फरीदाबाद-पलवल संसदीय सीट से चुनावी समर में उतरने का इरादा जता चुके हैं।
वहीं इनेलो के प्रत्याशी रहे आरके आनंद 2014 के चुनाव के बाद ही चुनावी परि²श्य से बाहर हो गए थे तथा राज्यसभा में पहुंचने के असफल प्रयास के बाद वे इनेलो से भी जुड़े नहीं दिखते। बसपा प्रत्याशी रहे राजेंद्र शर्मा कांग्रेस में शामिल होकर अशोक तंवर की टीम में कार्य कर रहे हैं तो आप प्रत्याशी पुरुषोत्तम डागर का कोई अता पता नहीं है। आप के नेता बताते हैं कि पुरुषोत्तम डागर अब राजनीति छोड़कर अपना कारोबार देख रहे हैं।
2019 के संसदीय चुनाव के लिए सभी राजनीतिक दलों में गहमा-गहमी शुरू हो चुकी है। भाजपा से जुड़े सूत्र बताते हैं कि कृष्णपाल गुर्जर के टिकट पर कोई संशय नहीं है। वैसे प्रदेश के उद्योग मंत्री विपुल गोयल भी दोनों जिलों में सक्रिय रहते हैं। कांग्रेस की टिकट के लिए पलवल के विधायक करण ¨सह दलाल, फरीदाबाद से पूर्व मंत्री महेंद्र प्रताप ¨सह के पुत्र विजय प्रताप, जेपी नागर के नाम चर्चा में हैं।
भड़ाना बंधुओं (अवतार ¨सह भड़ाना व पूर्व मंत्री करतार ¨सह भड़ाना) की भी कांग्रेस में जाने की चर्चाएं हैं। पूर्व मंत्री करतार ¨सह भड़ाना भी फरीदाबाद से चुनाव लड़ने के इच्छुक हैं तथा उनके पुत्र मनमोहन भड़ाना के कांग्रेस के बड़े नेताओं के साथ मधुर संबंध हैं।
लोसुपा व बसपा में गठबंधन होने के बाद फरीदाबाद संसदीय सीट बसपा के खाते में रहने की उम्मीद है तथा बसपा से फिलहाल मनधीर मान का नाम चर्चा में है। वैसे बसपा से हमेशा ही पैराशुट से प्रत्याशी आते रहे हैं। जेजेपी व आप के बीच भी गठबंधन की चर्चाएं हैं, लेकिन अभी दोनों ही दलों के नेता अपने पत्ते नहीं खोल रहे हैं।