तमाम झंझावत के बाद लोग नहीं देख पाए पद्मावत
जागरण संवाददाता, पलवल : महारानी पद्मावती पर फिल्म निर्देशक संजय लीला भंसाली की चर्चित व
जागरण संवाददाता, पलवल : महारानी पद्मावती पर फिल्म निर्देशक संजय लीला भंसाली की चर्चित व विवादित फिल्म नाम बदलने के बाद भी विवादों से दूर नहीं रह पाई। सेंसर बोर्ड द्वारा मंजूरी दिए जाने व सुप्रीम कोर्ट द्वारा फिल्म का प्रसारण सुनिश्चित करने के आदेश के बावजूद भी सिनेमा मालिकों ने फिल्म का प्रसारण नहीं किया।
करणी सेना व शहर के विभिन्न सामाजिक संगठनों ने पहले से ही सिनेमा हॉल मालिकों को फिल्म न चलाने की चेतावनी दे दी थी। बुधवार को भी महाराणा प्रताप भवन में विभिन्न सामाजिक संगठनों ने बैठक कर शहर में प्रदर्शन किया था तथा जिला उपायुक्त को ज्ञापन भी सौंपा था। सामाजिक संगठनों के विरोध की खबरों के बीच जिला पुलिस ने फिल्म के प्रसारण में कोई परेशानी न आए, को लेकर पूरी तैयारी की थी।
जिले के एकमात्र मल्टीप्लेक्स रेडरॉक्स के बाहर बुधवार की रात को ही पुलिस का पहरा शुरू हो गया था। बृहस्पतिवार की सुबह मल्टीप्लेक्स के बाहर भारी पुलिस बल की तैनाती कर दी गई। शहर में जगह-जगह पुलिस द्वारा नाकाबंदी की गई थी। डीएसपी सुरेश कुमार मौके पर मोर्चा संभाले थे तथा पुलिस अधीक्षक सुलोचना गजराज भी घूम-घूमकर मुआयना करती रही।
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एक दिन पूर्व ही बुक हो गए थे सभी शो
पद्मावत फिल्म का करणी सेना व धार्मिक तथा सामाजिक संगठनों ने भले ही कितना भी विरोध किया हो, लेकिन दर्शकों पर इसका असर दिखाई नहीं दिया। फिल्म देखने के प्रति सिनेमा प्रेमियों में ऐसा क्रेज था कि फिल्म के सभी शो की सभी टिकट एक दिन पहले ही बुक हो गई थीं। सिनेमा प्रेमियों ने ऑनलाइन बु¨कग कराने को प्राथमिकता देते हुए मल्टीप्लेक्स की खिड़की तक जाना भी उचित नहीं समझा। हालांकि सिनेमा प्रबंधन ने फिल्म चलाना तो दूर फिल्म का पोस्टर तक भी नहीं लगाया था। सिनेमा में कार्यरत कर्मचारियों का कहना था जन भावनाओं के चलते फिल्म नहीं चलाई गई है यदि माहौल ठीक रहा तो कल फिल्म दिखाई जा सकती है।