ड्रग माफिया से मिला 22 एमटीपी किट से स्वास्थ्य विभाग की भूमिका भी संदेह में
देश भर को बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओं का संदेश देने वाले हरियाणा के पलवल में बेटी बचाने का अभियान कहीं पिछड़ता नजर आ रहा है। पिछले कुछ महीनों में ¨लगानुपात गड़बड़ाने से यह संकेत मिल रहे थे कि कहीं न कहीं ¨लग जांच व कन्या भ्रुण हत्या का कुत्सित धंधा फल-फूल रहा है।
- शहर थाना पुलिस द्वारा गर्भपात की किट बरामद होने से कोख के हत्यारों का भी खुल सकता है राज
- आठ माह से स्वास्थ्य विभाग ने एमटीपी किट बेचने के आरोप में किसी को नहीं किया काबू
- निरंतर घट रहा है जिले में ¨लग अनुपात, स्वास्थ्य विभाग के पास अभी तक नहीं थी कोई कार्ययोजना
संजय मग्गू, पलवल
देश भर को बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ का संदेश देने वाले हरियाणा के पलवल में बेटी बचाने का अभियान पिछड़ता नजर आ रहा है। पिछले कुछ महीनों में ¨लगानुपात गड़बड़ाने से यह संकेत मिल रहे थे कि कहीं न कहीं ¨लग जांच व कन्या भ्रूण हत्या का कुत्सित धंधा फल-फूल रहा है। घटते ¨लगानुपात के बावजूद करीब आठ माह में स्वास्थ्य विभाग एक भी कोख के हत्यारों पर किसी प्रकार की कार्रवाई नहीं कर पाया। शहर थाना पुलिस ने ड्रग माफिया से गर्भपात की 22 किट बरामद कर स्वास्थ्य विभाग की भूमिका को भी संदेह में ला दिया है।
शहर थानांतर्गत हथीन गेट पुलिस चौकी प्रभारी संजय कुमार द्वारा काबू किए गए ड्रग माफिया से एमटीपी (गर्भपात) की 22 किट बरामद किए जाने ने इस बात को प्रमाणित कर दिया कि जिले में कोख के हत्यारे अपने घिनौने काम को अंजाम देने में लगे हुए हैं। मामले का बड़ा पहलू यह है कि स्वास्थ्य विभाग के जिला मुख्यालय से कुछ ही दूरी से काबू किए गए ड्रग माफिया के दो सदस्यों से इतनी बड़ी मात्रा में गर्भपात किट बरामद की गईं, लेकिन स्वास्थ्य विभाग महीनों से चैन की नींद से रहा है। आरोपितों से गर्भपात की 22 किट बरामद होना वाकई ¨चता जनक है। पुलिस द्वारा काबू किए गए आरोपित स्वास्थ्य विभाग के रडार पर भी थे। जिले का ¨लगानुपात गड़बड़ाना वाकई शुभ संकेत नहीं है। स्वास्थ्य विभाग के सूत्रों को सक्रिय किया जाएगा तथा कन्या भ्रूण हत्या जैसे घिनौने अपराध से जुड़े लोगों पर शिकंजा कसा जाएगा।
- डा. प्रदीप शर्मा, सिविल सर्जन पलवल का ¨लगानुपात पिछले दिनों में एकाएक नीचे आया है। पुलिस द्वारा नशा बेचने वालों से बड़ी संख्या में एमटीपी किट बरामद किए जाने से साबित हो गया है कि कोख के हत्यारे सक्रिय हैं। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को इस दिशा में पुख्ता कदम उठाने के निर्देश दिए जाएंगे।
- डा. मनीराम शर्मा, जिला उपायुक्त पुलिस को कुछ दिनों से सूचना मिल रही थी कि नशे का कारोबार किया जा रहा है। जब आरोपितों को काबू किया गया तो उनके पास से नशीली दवाओं के साथ-साथ एमटीपी (गर्भपात) किट भी बड़े पैमाने पर बरामद की गईं। आरोपितों से पूछताछ में सामने आए इनके अन्य संपर्क सूत्रों पर भी कार्रवाई की जाएगी।
- वसीम अकरम, पुलिस अधीक्षक