हुरंगा को लेकर अस्पताल प्रशासन सतर्क
संवाद सहयोगी, होडल होली के त्योहार पर केमिकल युक्त रंग, गुलाल व स्प्रे आदि से आंखों व
संवाद सहयोगी, होडल
होली के त्योहार पर केमिकल युक्त रंग, गुलाल व स्प्रे आदि से आंखों व त्वचा आदि में होने वाली परेशानियों को देखते हुए उपमंडल नागरिक अस्पताल में डॉक्टरों द्वारा रोगियों के लिए अलग से व्यवस्था की गई है। एक अभियान चलाकर लोगों को प्राकृतिक रंगों से सादगी पूर्ण होली का त्योहार मनाने का आह्वान किया जा रहा है।
फिलहाल सरकारी अस्पताल में 30 से 40 रोगी नेत्र संबधी रोगों से ग्रस्त मरीज पहुंच रहे हैं, जबकि अन्य रोगों से ग्रस्त रोगियों की संख्या लगभग तीन सौ तक पहुंच रही है। होली के अवसर पर गांव सौंदहद व बंचारी में मनाए जाने वाले फूलडोर मेले के अवसर पर दूर दराज के क्षेत्रों से हजारों लोग होली खेलने के लिए पहुंचते हैं। यहां कई फुट लंबी पिचकारियों द्वारा रंगों का प्रयोग किया जाता है। हुरियारे एक दूसरे पर पिचकारी की तेज धार से रंगों की बौछार करते हैं। जो कई बार हुरियारों एवं दर्शकों की आखों में पहुंच जाता है, जिसके कारण आख व त्वचा रोग पैदा हो जाते हैं। चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर चरण गोपाल का कहना है कि होली और फूलडोर के मेले के अवसर पर पिछले कई वर्षों से होने वाली इस प्रकार की शिकायतों को देखते हुए इस बार सरकारी अस्पताल के डॉक्टरों द्वारा अलग से व्यवस्था की गई है।