करोड़ों खर्च कर डाली सीवर लाइन बेकार
संवाद सहयोगी, होडल : शहर में वर्षों पहले करोड़ों रुपये खर्च कर डाली गई सीवरेज अब लो
संवाद सहयोगी, होडल : शहर में वर्षों पहले करोड़ों रुपये खर्च कर डाली गई सीवरेज अब लोगों के जी का जंजाल बन गई है। जनस्वास्थ्य विभाग के पास सफाई के लिए संसाधन न होने से सीवर की सफाई नहीं हो पाती है। जगह-जगह सीवर का गंदा पानी भरने से शहर में नर्क जैसे हालात होते जा रहे हैं।
विभाग के पास सीवर के मैनहोल की सफाई के लिए किसी प्रकार के संसाधन ही उपलब्ध नहीं हैं। विभाग के पास केवल एक इंजन, चार बाल्टी, कस्सी व बांस की कुछ बल्लियां ही उपलब्ध हैं। विभागीय अधिकारी सीवर जाम होने पर उनकी सफाई के लिए कभी पलवल से तो कभी रेवाड़ी से मशीन मंगवाते हैं या फिर ठेकेदार के कार्य पर निर्भर रहते हैं।
समस्या को लेकर जनस्वास्थ्य विभाग अधिकारी लोगों को नगर परिषद के पास तो परिषद अधिकारी जनस्वास्थ्य विभाग के पास भेज देते हैं। दो विभागों की आपसी खींचतान का खामियाजा शहर की जनता को भुगतना पड़ रहा है।
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गंदा पानी सड़कों भरा रहता है, जिसके कारण ग्राहक भी नहीं पहुंचते हैं। मामले की शिकायत जब विभागीय अधिकारियों से की जाती है तो एक दूसरे विभाग का कार्य बताकर टाल दिया जाता है।
- बालकिशन
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सीवरेज जाम होने के कारण बाजार में कई दिनों से गंदा पानी भरा हुआ है, जिसके कारण यहां से आने जाने वाले लोगों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
- हरीश मंगला
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विभाग के पास सीवर की सफाई के लिए कोई संसाधन उपलब्ध नहीं है। मैंने विभागीय उच्चाधिकारियों को अवगत करा दिया है। फिर भी शहर में जिन स्थानों पर सीवरेज जाम है, वहां कर्मचारी भेजकर सफाई कराई जाती है।
- सत्यनारायण, उपमंडल अभियंता, जनस्वास्थ्य विभाग