एक माह बाद भी नहीं हुई हत्यारोपितों की गिरफ्तारी
दहेज के लोभ में विवाहिता की हत्या की करने के आरोपितों को सजा दिलाने के लिए परिजनों को दर-दर ठोकरें खानी पड़ रही है। सदर थाना पुलिस द्वारा दहेज हत्या का मामला दर्ज होने के करीब एक माह भी आरोपितों की गिरफ्तारी नहीं हो पाई है। मामले को लेकर परिजन अधिकारियों के पास भी गुहार लगा चुके हैं, परंतु अभी तक आरोपित गिरफ्तार नहीं हुए हैं।
संवाद सहयोगी, पलवल : दहेज के लोभ में विवाहिता की हत्या की करने के आरोपितों को सजा दिलाने के लिए परिजनों को दर-दर ठोकरें खानी पड़ रही है। सदर थाना पुलिस द्वारा दहेज हत्या का मामला दर्ज होने के करीब एक माह भी आरोपितों की गिरफ्तारी नहीं हो पाई है। मामले को लेकर परिजन अधिकारियों के पास भी गुहार लगा चुके हैं, परंतु अभी तक आरोपित गिरफ्तार नहीं हुए हैं।
बता दें कि दो सितंबर 2018 को गांव बामनीखेड़ा में विवाहिता सुशीला की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई थी। पुलिस ने इस मामले में मृतका के पिता राजस्थान के गांव नतवाड़ी निवासी बलवीर की शिकायत पर गांव बामनीखेड़ा निवासी महिला के पति निरोत्तम, ससुर रघुवीर, सास लक्ष्मी देवी, ननद शाराद, जेठ सतीश, व गांव बढऱाम निवासी नंदोई वेद के खिलाफ दहेज हत्या सहित विभिन्न धाराओं में मामला दर्ज किया था।
शिकायत में कहा गया था कि पीड़ित ने 28 अप्रैल 2015 को अपनी बेटी सुशीला व मीना कुमारी की शादी गांव बामनीखेड़ा निवासी नरोत्तम व सतीश के साथ की थी। शादी में दिए गए दहेज से ससुराल पक्ष संतुष्ट नहीं था,जिसके चलते उनकी बेटियों को प्रताड़ित किए जाने लगा। मांग पूरी न होने पर आरोपित ने मीना को मारपीट कर पहले ही घर से निकाल दिया था तथा दूसरी बेटी सुशीला की हत्या कर दी। पुलिस ने शिकायत पर मामला तो दर्ज कर लिया, परंतु आरोपितों को गिरफ्तार नहीं किया है।