पलवल पुलिस के लिए चुनौती बना हुआ था अजय गुर्जर
शहर के व्यापारियों में खौफ का कारण बने 50 हजार के इनामी बदमाश अजय गुर्जर को आखिरकार पलवल पुलिस को गिरफ्तार करने में सफलता मिल ही गई। गुरुनानक अस्पताल के संचालक डा. अनूप ¨सह अरोड़ा से करीब तीन माह पूर्व एक करोड़ रुपये की रंगदारी की मांग के बाद से ही पुलिस ने अजय गुर्जर को गिरफ्तार करने को चुनौती के रुप में लिया था।
- तीन माह से पुलिस लगी थी तलाश में, एसपी खुद कर रहे थे मामले की मॉनिट¨रग
संजय मग्गू, पलवल
शहर के व्यापारियों में खौफ का कारण बने 50 हजार के इनामी बदमाश अजय गुर्जर को आखिरकार पलवल पुलिस को गिरफ्तार करने में सफलता मिल ही गई। गुरुनानक अस्पताल के संचालक डा. अनूप ¨सह अरोड़ा से करीब तीन माह पूर्व एक करोड़ रुपये की रंगदारी की मांग के बाद से ही पुलिस ने अजय गुर्जर को गिरफ्तार करने को चुनौती के रुप में लिया था। आरोपित के खिलाफ पुलिस गुपचुप तरीके से नजर रखे थी तथा अपने सूत्रों के सक्रिय किया हुआ था। पुलिस अधीक्षक वसीम अकरम खुद इसकी मॉनिट¨रग कर रहे थे।
अजय गुर्जर के खिलाफ पलवल सहित फरीदाबाद, यूपी व दिल्ली में भी रंगदारी मांगने, हवाई फायर करने, हत्या के प्रयास सहित दर्जन भर मामले दर्ज हैं। आरोपित के खिलाफ हरियाणा पुलिस ने पहले 25 हजार रुपये का इनाम घोषित किया था, जिसे बढ़ाकर 50 हजार रुपये कर दिया गया था। पुलिस हर बार मामला दर्ज होने पर आरोपित को काबू करने की लिए दबिश देती थी, लेकिन वह पुलिस को गच्चा दे जाता था। पुलिस के पास उसकी पहचान के लिए फोटो भी नहीं था, जिसके चलते एक बार तो वह पुलिस के सामने ही निकल गया।
अजय गुर्जर ने आठ जुलाई को 2018 को मिठाई के डिब्बे में धमकी भरा पत्र भेजकर एक करोड़ रुपये की रंगदारी मांगी थी। डा. अनूप ¨सह को रंगदारी के लिए भेजे गए पत्र के साथ मैगजीन में भेजी गई थी। अजय गुर्जर ने डाक्टर को भेजे गए पत्र में गैंगस्टार की भाषा का इस्तेमाल किया था। आठ जुलाई की सुबह एक व्यक्ति डा. अनूप ¨सह की गैर मौजूदगी में मिठाई का डिब्बानुमा धमकी भरा पत्र दे गया था। सत्यनारायण की कथा सुनवाकर ले गई पुलिस
जानकार सूत्रों के अनुसार अजय गुर्जर अपने घर गांव तुमसरा में भगवान सत्यनारायण की कथा व हवन में हिस्सा लेने आया था। इस बारे में पुलिस को अपने मुखबिरों से सूचना मिल गई थी। पुलिस ने सोमवार की सुबह करीब 7.30 बजे गांव तुमसरा में अजय गुर्जर के फार्म हाऊस पर छापेमारी कर उसे काबू कर लिया। उसकी स्विफ्ट कार को भी पुलिस ने कब्जे में ले लिया था। सूत्रों के अनुसार अजय गुर्जर ने खुद को काबू आते देख अपने चिरपरिचित अंदाज में अजय की बुआ का लड़का बताया। आरोपित को बाद में शिनाख्त के लिए उसके घर ले जाया गया, जहां उसकी पहचान अजय गुर्जर के रुप में कर ली गई। जानकार सूत्रों के अनुसार आरोपित अजय गुर्जर ने अपने घर में हवन में आहुति भी दी। अजय गुर्जर की गिरफ्तारी के बाद चार लोगों की हट सकती है सुरक्षा :
अजय गुर्जर की गिरफ्तारी के बाद पुलिस द्वारा जिले में चार लोगों को दी गई पुलिस सुरक्षा जल्दी ही वापस ली जा सकती है। अजय गुर्जर व उसके गुर्गों ने अलग-अलग समय पर गुरुनानक अस्पताल के संचालक डा. अनूप ¨सह अरोड़ा, पलवल नगर परिषद के पूर्व पार्षद चंदीराम गुप्ता, होडल के भाजपा नेता राधेश्याम कालड़ा, पलवल के व्यवसायी अनिल ¨सगला से करोड़ों रुपये की रंगदारी की मांग की थी। सभी लोगों को रंगदारी न मिलने की सूरत में जान से मारने की धमकी भी दी गई थी, जिस पर सभी को पुलिस सुरक्षा उपलब्ध कराई गई थी। अब अजय गुर्जर की गिरफ्तारी के बाद सभी लोगों से सुरक्षा वापस ली जा सकती है। सीआइए पलवल व कैंप थाना प्रभारी की टीम के सदस्यों ने आरोपित अजय गुर्जर को काबू किया है। आरोपित के खिलाफ कहां-कहां कितने मामले दर्ज हैं, उसके बारे में जानकारी एकत्र की जा रही है। पुलिस की तरफ से बुधवार को सारी जानकारी सार्वजनिक की जाएगी।
- वसीम अकरम, पुलिस अधीक्षक