सिविल अस्पताल में बना रहे थे फर्जी टीकाकरण प्रमाण पत्र
इस प्रकरण का पर्दाफाश होने से स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मच गया जब मामला सीएमओ के पास पहुंचा तो उन्होंने जांच के लिए कमेटी का गठन कर दिया।
जागरण संवाददाता, पलवल: कोरोना संक्रमण के प्रकोप के बीच जहां स्वास्थ्य विभाग लोगों को टीकाकरण अभियान में बढ़-चढ़कर हिस्सा लेने की अपील कर रहा है। वहीं, दूसरी ओर मात्र कुछ रुपयों की खातिर जिले के सिविल अस्पताल में फर्जी टीकाकरण प्रमाण पत्र बनाकर लोगों के जीवन के साथ खिलवाड़ किया जा रहा था। इस प्रकरण का पर्दाफाश होने से स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मच गया, जब मामला सीएमओ के पास पहुंचा तो उन्होंने जांच के लिए कमेटी का गठन कर दिया। कमेटी की ओर से सौंपी गई अंतरिम रिपोर्ट के आधार पर सीएमओ ने इस फर्जीवाड़े में शामिल अस्पताल के लैब टेक्नीशियन को निलंबित कर दिया है ताकि जांच प्रभावित नहीं हो। 1,500 रुपये में बनाया मृत व्यक्ति का टीकाकरण प्रमाण पत्र
सिविल अस्पताल में बिना टीका लगवाए ही लोगों के टीका लगवाने के प्रमाण पत्र बनाए जा रहे थे। सिविल अस्पताल में लैब टेक्नीशियन के पद पर कार्यरत सुदर्शन नामक कर्मचारी इस कार्य में शामिल था। आरोप है कि उसने 1,500 रुपये लेकर मृत व्यक्ति का डबल डोज का टीकाकरण प्रमाण पत्र बना डाला। तीन सदस्यीय कमेटी बनी, दो दिन में देगी रिपोर्ट
इस बाबत मिली शिकायत के बाद लैब टेक्नीशियन के खिलाफ जांच कमेटी का गठन कर दिया गया है। मामले में तीन डाक्टरों की जांच कमेटी बनाई गई है, जो दो दिन के अंदर अपनी फाइल रिपोर्ट पेश करेगी। इस मामले में मुझे शिकायत प्राप्त हुई है। इसकी फाइल रिपोर्ट आने के बाद दोषी कर्मचारी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। किसी को भी गैरकानूनी कार्य करने नहीं दिया जाएगा।
- डा. ब्रह्मदीप सिंह, सीएमओ, नागरिक अस्पताल