बैंच तो हैं, फिर भी जमीन पर बैठ कर पढ़ते हैं नौनिहाल
रायपुर गांव के राजकीय माध्यमिल विद्यालय में 54 छात्र-छात्राएं है। सभी कक्षाओं के लिए विभाग द्वारा बेंच स्कूल में भेजी हुई हैं लेकिन इसके बावजूद भी छात्रों को जमीन पर बैठाया जाता है।
पलवल [संजय मग्गू]। राजकीय स्कूलों में चाहे सरकार सुविधा मुहैया भी कराए, लेकिन अध्यापकों की लापरवाही के चलते छात्रों को उनका लाभ नहीं मिल पाता है। ऐसा ही कुछ पलवल खंड के गांव रायपुर के राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक स्कूल का मामला है। स्कूल में छात्रों के लिए कमरे भी हैं, उनमें बैठने के लिए बेंच भी हैं, लेकिन फिर भी छात्र खुले आसमान में धरती पर बैठकर शिक्षा लेने को मजबूर हैं।
रायपुर गांव के राजकीय माध्यमिल विद्यालय में 54 छात्र-छात्राएं है। सभी कक्षाओं के लिए विभाग द्वारा बेंच स्कूल में भेजी हुई हैं, लेकिन इसके बावजूद भी छात्रों को जमीन पर बैठाया जाता है। बुधवार को भी छात्र खुले आसमान के नीचे शिक्षा लेते मिले। अध्यापकों से बच्चों को खुले में बिठाने का कारण पूछा तो उन्होंने यह कहकर अपना पल्ला झाडऩे का प्रयास किया कि सर्दी के कारण बच्चों को बाहर बैठाया हुआ है। हालांकि मौसम में अब गर्माहट आने लगी है तथा धूप अपना असर भी दिखा रही है, लेकिन अध्यापकों को संभवत: कुछ ज्यादा ही सर्दी का अहसास हो रहा हो।
सर्दी के कारण बच्चों को बाहर धूप में बैठाया जा रहा है। मौसम बदलने पर बच्चों को कक्षाओं में बैठा देते है। छात्रों के लिए ही बैंच सरकार द्वारा भेजी गई है तथा छात्र ही इन पर बैठते है।
सरला देवी, मुख्यध्यापिका, रायपुर
अगर ऐसा किया जा रहा है तो यह नितांत गलत है। मैं खुद स्कूल का निरीक्षण करूंगा तथा संबंधित मुख्याध्यापिका से जवाब तलब किया जाएगा।
- अनिल शर्मा, जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी