हनी ट्रैप गिरोह का पर्दाफाश, लोगों को ऐसे बनाते थे शिकार; सच्चाई जान दंग रह गई पलवल पुलिस
पलवल जिले में एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है जिसमें अविवाहित युवकों को शादी का झांसा देकर हनी ट्रैप में फंसाया जा रहा है। प्रवीन नामक एक युवक ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है कि उसे और उसके परिवार को शादी के नाम पर 5 लाख 20 हजार रुपये की धोखाधड़ी का शिकार बनाया गया है।

जागरण संवाददाता, पलवल। पलवल जिले में अविवाहित युवकों को शादी का झांसा देकर हनी ट्रैप में फंसाने का मामला सामने आया है। हथीन थाना पुलिस ने शिकायत के आधार पर सात नामजद व्यक्तियों पर मुकदमा दर्ज किया है। यह कार्रवाई जिला पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर हुई है।
इस मामले में स्वामीका गांव के रहने वाले 39 वर्षीय प्रवीन नामक युवक ने शिकायत दी है कि करीब दो महीने पहले राधे नामक व्यक्ति उसके घर आया और उसके पिता से उसकी शादी कराने की बात कही। राधे ने कुछ दिनों बाद सागर और ऊषा उर्फ सविता को प्रवीन और उसके घर को दिखाने के लिए लाया। इसके बाद राधे मंगल नामक एक अन्य व्यक्ति को लेकर आया और शादी की बात पक्की कर दी।
शिकायत के अनुसार, राधे प्रवीन के पिता को पलवल स्थित जवाहर नगर में ऊषा के घर ले गया, जहां सागर, मंगल और कुछ अन्य लोग मौजूद थे। उन्होंने लड़की के माता-पिता न होने और गरीब होने की बात कहकर शादी का सारा खर्च प्रवीन के परिवार पर डाल दिया, जिसमें गहने आदि के लिए 5 लाख 20 हजार रुपये का अनुमान बताया गया।
प्रवीन ने बताया कि 27 अप्रैल को राधे ने उसके पिता से ऊषा के खाते में 20 हजार रुपये डालने को कहा, जो डाल दिए गए। उसी दिन राधे ने पांच लाख रुपये नकद लिए और अगले दिन लड़के को छाता आने के लिए कहा, ताकि शादी के गहने और अन्य सामान खरीदा जा सके।
वहीं, 28 अप्रैल को प्रवीन और उसके स्वजन छाता पहुंचे, जहां राधे, ऊषा, सागर, मंगल, पिंकी और कुछ अन्य लोग मिले। उन्होंने प्रवीन को पिंकी के साथ लिविंग रिलेशनशिप का शपथ पत्र बनाकर दे दिया और कहा कि शादी कुछ दिनों बाद सामाजिक रीति-रिवाज से करा देंगे। पिंकी को प्रवीन के साथ भेज दिया गया।
प्रवीन ने बताया कि घर आने के दो दिन बाद पिंकी ने बताया कि उसकी पहले से शादी हो रखी है और उसके तीन बच्चे हैं। उसे फर्जी शादी के लिए झूठ बोलकर भेजा गया था। जब प्रवीन ने पिंकी के आधार कार्ड की जांच की तो पता चला कि उस पर गलत पता लिखा हुआ है, जबकि हलफनामे में कुछ और पता था।
धोखे का पता चलने पर प्रवीन और उसके पिता राधे और पिंकी को लेकर तीन मई को ऊषा के घर पलवल गए। वहां बातचीत के दौरान उन्हें पूरी धोखाधड़ी का पता चला। उसी दौरान ऊषा द्वारा पानी पिलाने के बाद प्रवीन के पिता को ब्रेन हैमरेज हो गया।
छह मई को गांव में पंचायत हुई, जिसमें राधे ने अपनी गलती स्वीकार की और पांच लाख 20 हजार रुपये देने का लिखित सबूत दिया, लेकिन बाद में पैसे नहीं दिए। 12 मई को प्रवीन ने संबंधित थाने में शिकायत दी, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई।
इसके बाद प्रवीन ने पुलिस अधीक्षक से इस हनीट्रैप गिरोह के विरुद्ध सख्त कानूनी कार्रवाई करने की गुहार लगाई, जिसने फर्जी शादी और दस्तावेजों के माध्यम से उनसे पांच लाख 20 हजार रुपये ठग लिए हैं। प्रवीन ने यह भी बताया कि उन्हें घटना के बाद पता चला कि यह गिरोह पहले भी कई लोगों के साथ धोखाधड़ी कर चुका है।

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