लोगों को बापू की गिरफ्तारी की याद दिलाता है स्टेशन
अ¨हसा के रास्ते पर चलकर अंग्रेजी हुकुमत की चूले हिलाने तथा गोरों को देश छोड़ने को मजबूर करने वाले मोहनदास कर्मचंद गांधी (बापू जी) की पहली राजनीतिक गिरफ्तारी का गवाह पलवल का रेलवे स्टेशन भी बना। उनकी याद में रेलवे स्टेशन पर बनाया गया स्मारक और गांधी सेवाश्रम आज भी शहर के लोगों को उनकी याद दिलाता है और उन्हें देशभक्ति व अ¨हसा के रास्ते पर चलने के लिए प्रेरित करता है।
गांधी जी की पुण्यतिथि पर विशेष
- राष्ट्रपिता की पहली राजनीतिक गिरफ्तारी हुई थी पलवल स्टेशन पर
- नेताजी सुभाष चंद्र बोस ने किया था गांधी सेवाश्रम का शिलान्यास सुरेंद्र चौहान, पलवल
अ¨हसा के रास्ते पर चलकर अंग्रेजी हुकूमत की चूलें हिलाने तथा गोरों को देश छोड़ने को मजबूर करने वाले मोहनदास कर्मचंद गांधी (बापू जी) की पहली राजनीतिक गिरफ्तारी का गवाह पलवल का रेलवे स्टेशन भी बना। उनकी याद में रेलवे स्टेशन पर बनाया गया स्मारक और गांधी सेवाश्रम आज भी शहर के लोगों को उनकी याद दिलाता है और उन्हें देशभक्ति व अ¨हसा के रास्ते पर चलने के लिए प्रेरित करता है।
ब्रिटिश हुकूमत द्वारा पारित रौलट एक्ट के विरोध में 13 अप्रैल 1919 को अमृतसर के जलियांवाला बाग में भी एक सभा रखी गई, जिसमें बापू को भी बुलाया गया था। पलवल भी तब पंजाब का हिस्सा था। सरकार ने गांधी जी के पंजाब प्रवेश पर पाबंदी लगा दी।
पंजाब जाते हुए 10 अप्रैल 1919 को अंग्रेजी सरकार ने पलवल में उन्हें गिरफ्तार कर लिया। उनकी गिरफ्तारी की याद को चिरस्थायी बनाए रखने के लिए पलवल के स्वाधीनता के दीवानों ने यहां गांधी सेवाश्रम की स्थापना की थी, जिसकी नींव आजादी के अमर सपूत नेताजी सुभाष चंद्र बोस ने दो अक्टूबर 1919 को रखी थी।
गांधी सेवाश्रम की उस कोठरी को देखकर आज भी देशभक्तों के रोंगटे खड़े हो जाते हैं, जिसका शिलान्यास आजादी के अमर सपूत नेताजी सुभाष चंद्र बोस ने किया था। बाद में मीनार गेट पर नेताजी ने एक सभा को संबोधित करते हुए युवाओं से आजादी आंदोलन में कूदने का आह्वान किया था। उन्होंने कहा था कि गांधीजी मैं आजादी आपके चरणों में लाकर रख दूंगा।
पिछले वर्ष पलवल के रेलवे स्टेशन को एतिहासिक धरोहर में शामिल करने की घोषणा की गई थी। दैनिक रेल यात्री संघ सरकार की इस पहल का स्वागत कर चुका है तथा संघ के पदाधिकारियों का कहना है कि इसके बाद रेलवे स्टेशन की कायाकल्प हो सकती है। स्टेशन पर बापू की गिरफ्तारी से संबंधित लेख भी संरक्षित है। स्टेशन पर बापू की याद में स्मारक बनाया हुआ है। एक कमरे में उनकी गिरफ्तारी से संबंधित चित्र आदि भी लगाए गए हैं। उनसे संबंधित चित्रकारी भी की गई है।
दो अक्टूबर, 30 जनवरी के अलावा 15 अगस्त को स्वतंत्रता दिवस व 26 जनवरी गणतंत्र दिवस पर भी राष्ट्रपिता को लोग श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं।