करवा चौथ के नजदीक आते ही गुलजार हुए बाजार
करवा चौथ पर्व के नजदीक आते ही जिले के बाजार गुलजार होने लगे हैं। सबसे ज्यादा महिलाओं से जुड़े सामान की दुकानों पर भीड़ लगने लगी है, इनमें जनरल स्टोर मुख्य हैं, जिन पर सौंदर्य प्रसाधनों की महक व चूड़ियों की खनक खास तौर पर सुनी जा सकती है। मिट्टी व चीनी के करवों की बिक्री भी शुरू हो गई है। ब्यूटी पार्लरों में भी एडवांस बु¨कग होने लगी है। महिलाओं को आकर्षित करने के लिए ब्यूटी पार्लर संचालिकाओं ने भी तरह-तरह के पैकेज जारी किए हैं। त्योहार को लेकर दुकानदार भी काफी उत्साहित नजर आ रहे हैं।
संवाद सहयोगी, पलवल : करवा चौथ पर्व के नजदीक आते ही जिले के बाजार गुलजार होने लगे हैं। सबसे ज्यादा महिलाओं से जुड़े सामान की दुकानों पर भीड़ लगने लगी है। इनमें जनरल स्टोर मुख्य हैं, जिन पर सौंदर्य प्रसाधनों की महक व चूड़ियों की खनक खास तौर पर सुनी जा सकती है। मिट्टी व चीनी के करवों की बिक्री भी शुरू हो गई है। ब्यूटी पार्लरों में भी एडवांस बु¨कग होने लगी है। महिलाओं को आकर्षित करने के लिए ब्यूटी पार्लर संचालिकाओं ने भी तरह-तरह के पैकेज जारी किए हैं। त्योहार को लेकर दुकानदार भी काफी उत्साहित नजर आ रहे हैं। त्योहार पर ही बिक जाती हैं लाखों की चूड़ियां
त्योहारी मौसम में सुहाग की निशानी में से एक रंग-बिरंगी चूड़ियों की मांग काफी बढ़ जाती है। ग्रामीण बाहुल्य जिला पलवल, होडल व हथीन में गांवों व शहरी इलाकों में चूड़ियों की रिटेल की करीब 200 दुकानें हैं। मुख्य बाजार में कई बड़ी दुकानें तो ऐसी हैं, जिन पर एक सीजन में ही 50 से 80 लाख रुपये तक की चूड़ियों की बिक्री हो जाती है। एक महिला करवा चौथ पर 250 से लेकर 500-700 रुपये तक सिर्फ चूड़ियों पर ही खर्च कर देती है। अनुमान के मुताबिक करीब दो से ढाई करोड़ रुपये का चूड़ियों का व्यापार होता है। इसके अलावा ¨बदी, लिपस्टिक, ¨सदूर, ब्यूटी क्रीम, फेस वाश अन्य सौंदर्य प्रसाधनों की भी बिक्री कई करोड़ में होती है। बाजारों में बढ़ने लगी चहल-पहल
जवाहर नगर कैंप के बाजार, मैन बाजार, गुप्तागंज बाजार व सराय पुख्ता बाजार में ज्यादा चहल-पहल नजर आने लगी है। यहां महिलाएं चुटकी, पायल, ¨सदूर, चूड़ियां, सूट, साड़ी, मिठाई, करवा और पुरुषों द्वारा पत्नी को करवा चौथ पर दिया जाने वाले उपहार की खरीद-फरोख्त करती नजर आ रही हैं।
सराय पुख्ता बाजार में तो कपड़ों की दुकानों की भरमार है। यहां दिन भर सूट व साड़ी खरीदने वाली महिलाओं की भीड़ लगने लगी है। सबसे ज्यादा 500 से 2500 रुपये की कीमत की साड़ियों की बिक्री हो रही है। महंगी साड़ियों की कम बिक्री है। करवे की भी होने लगी बिक्री
पर्व को लेकर एक अनुमान के अनुसार कुम्हारों ने करीब 40 हजार हजार मिट्टी के करवा तैयार किए हैं। करवा एक प्रकार का लोटा की तरह होता है। मिट्टी के लोटे में पानी, दूब व अन्य पूजा से जुड़ी सामग्री डाली जाती है। चीनी से बने करवा भी जवाहर नगर बाजार, मेन बाजार के अलावा परचून की दुकानों और अन्य बाजारों में भी खूब बिक रहे हैं। मिट्टी के छोटे करवा 15 रुपये तथा बड़ा करवा 30 रुपये का बिक रहा है। चीनी के करवा 70 से 80 रुपये किलो के हिसाब से बिक रहा है। करवा चौथ को लेकर अन्य दुकानों के अलावा हमारे यहां भी बिक्री बढ़ने लगी है। महिलाएं सूट व साड़ी की खरीददारी कर रही हैं। मंदी के दौर के बाद अब त्योहार पर बिक्री ज्यादा होने की उम्मीद है।
- देवन, कपड़ा विक्रेता