संशोधित---1857 की जंग-ए-आजादी में शहीद हुए थे 425 मेवाती
हथीन अंग्रेजी हुकूमत के खिलाफ 1
मोहम्मद हारून, हथीन (पलवल)
अंग्रेजी हुकूमत के खिलाफ 1857 में हुए पहले स्वतंत्रता संग्राम में मेवात के छत्तीस बिरादरी के हजारों लोगों ने अपने प्राणों की आहुति दी थी। 19 नवंबर 1857 के दिन अकेले रूपडाका गांव के 425 लोगों ने अंग्रेजों के खिलाफ जंग कर अपना बलिदान दिया था। मेरठ से 10 मई को शुरू हुई जंग की ¨चगारी 11 मई को दिल्ली में पूरे शबाब पर आने लगी। यह क्रांति संयुक्त पंजाब के गुड़गांव जिले में सोहना, तावडू व मेवात में फैल गई।
हथीन खंड के ऐतिहासिक गांव रूपडाका में 1857 के स्वतंत्रता संग्राम की लहर 18 नवंबर को पहुंच गई। अंग्रेजी हुकूमत के अफसर कैप्टन डूमंड, हडसन, कैप्टन नायर, कैप्टन रामसे, किलीफोर्ड, होरसेज, लेफ्टिनेंट रांगटन को जासूसों से गुप्त सूचना मिली कि रूपडाका गांव में अंग्रेजी हुकूमत के खिलाफ मेवाती विद्रोह करने की योजना बना रहे हैं। उन्होंने सोहना मंडकोला के रास्ते 19 नवंबर 1857 को हथीन पहुंचते ही हथगोला व तोपखाने से रूपडाका गांव पर अपना युद्ध शुरू कर दिया। कई और गांवों में भी हुआ था नरसंहार
जंग-ए-आजादी का केंद्र रूपडाका था। इसके अलावा पलवल में 50, हसनपुर 18, होडल 15 व अहरवां गांव में 23 लोग शहीद हुए। लुलवाड़ी, फुलवाड़ी व सुजवाडी में अंग्रेजों के साथ लड़कर दर्जनभर लोग शहीद हुए। टीकरी ब्राह्मण, रजपुरा, रतीपुर, हौसंगाबाद, छज्जूनगर, रसूलपुर, खिजूरका, ¨पगोड गांवों के लोगों को अंग्रेजी सेना ने मौत के घाट उतारा था।
इनके अलावा धामाका नंगली गांव के 18 लोगों को काला पानी की सजा दी गई। अंधरोला, खिल्लूका, गुराकसर, पचानका, मोहदमका, कोट, मीठका, मालूका, झांडा गांवों में अंग्रेजों ने आग के हवाले कर दिया। कोंडल गांव के 14 लोगों को फांसी के फंदे पर लटकाया था। गांव मानपुर के आठ लोगों को कालापानी भेजा गया जिनमें से जुगला नाम के एक व्यक्ति ही वापस लौटा था।
गांव उटावड में भी बहुत बड़ा नरसंहार किया गया। वहां पर एक ही दिन 56 लोग कुर्बान हुए थे, जिनको एक सामूहिक कब्र में दफन किया गया है। यह कब्र उटावड गांव में आज भी मौजूद है। क्षेत्र के लोग आज करेंगे शहीदों को नमन
रूपडाका गांव में सोमवार को मनाए जाने वाले शहीदी दिवस समारोह में क्षेत्र के गणमान्य लोग शहीद को श्रद्धांजलि अर्पित करेंगे। शहीदाने यादगार कमेटी के अध्यक्ष डॉ. नूर मोहम्मद के अनुसार इस मौके पर गांव में दो दिवसीय दंगल का भी आयोजन होगा।