एसएचओ को नही है मंत्रियों की परवाह
संजय मग्गू, पलवल मनोहर राज में खाकी को आम जन की क्या परवाह होगी, जब वे प्रदेश सरकार के
संजय मग्गू, पलवल
प्रदेश के कानून व्यवस्था को दुरुस्त करने में लगे पुलिस अधिकारियों को आम जन की क्या परवाह होगी, जब वे प्रदेश सरकार के वरिष्ठ मंत्रियों को किसी गिनती में नहीं रखते। हाल ही में प्रदेश के शिक्षा मंत्री रामबिलास शर्मा होडल में एक कार्यक्रम में हिस्सा लेने आए तो थाना प्रभारी सब इंस्पेक्टर रतन लाल ने यह कह कर उनके कार्यक्रम को दर किनार कर दिया कि वे सीएम से कम किसी के लिए खड़े ही नहीं होते। थानेदार का यह वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है। जागरण ने उनका वीडियो दिखाकर बात की तो उन्होंने वीडियो को झूठा बता दिया।
सब इंस्पेक्टर रतन लाल की कार्यशैली पहले भी विवादित रही है। पलवल में सदर थाना प्रभारी रहते वे केंद्रीय सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता राज्य मंत्री कृष्णपाल गुर्जर के बारे में भी कुछ इसी प्रकार की बातें कह चुके हैं। गुर्जर ने जब इस बात की शिकायत पुलिस अधीक्षक सुलोचना गजराज से की तो उन्होंने एक दिन के लिए तो उन्हें लाइनहाजिर कर दिया लेकिन अगले दिन ही होडल थाने का एसएचओ बना दिया।
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वीडियो में क्या कह रहे हैं थानेदार
एसएचओ रतनलाल से उनका एक कर्मचारी आकर कहता है कि शिक्षामंत्री रामबिलास शर्मा का कार्यक्रम है। थानेदार साहब कहते हैं कि मैं क्या करूं रामबिलास शर्मा का। कर्मचारी द्वारा यह कहने पर कि एक बार मौके पर हो आएं, तो एसएचओ जवाब देते हैं कम से कम सीएम आए तो रतनलाल उठ कर जाता है। ऐसे बड़े-बड़े मंत्री आते रहते हैं। बाद में अपने कक्ष में बैठे लोगों के साथ उपहास उड़ाते हुए थानेदार साहब कहते हैं कि ये नए-नए आए हैं, इन्हें रतनलाल के बारे में कुछ पता ही नहीं है।
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मैं एक नवंबर को होडल में एक कार्यक्रम में शामिल हुआ था। वैसे तो हम जनता के ही प्रतिनिधि हैं, इसलिए इन बातों की तरफ ध्यान नहीं दिया जाता कि सुरक्षा में कौन मौजूद है। लेकिन यदि थाना प्रभारी की ऐसी भाषा है, तो वाकई ही यह सोचने की बात है।
- रामबिलास शर्मा, शिक्षा मंत्री, हरियाणा सरकार।
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मैने इस बारे में एसएचओ रतनलाल से पूछा है। एसएचओ का कहना है कि उन्होंने इस प्रकार की कोई बात नहीं की है। एसएचओ का कहना है कि वीडियो को एडिट किया गया है।
- सुलोचना गजराज, पुलिस अधीक्षक।
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सरकार में अधिकारी पूरी तरह से निरंकुश हो चुके हैं। स्पष्ट उदहारण है कि जब उन्हें सरकार के मंत्रियों की ही परवाह नहीं है तो ये आम जनता की क्या सुनवाई करते होंगे।
- उदयभान, विधायक होडल।