सरकारी अस्पताल में सुविधाओं का टोटा
चंद्रप्रकाश गर्ग, होडल उपमंडल के दर्जनों गावों के मरीजों को स्वास्थ सुविधा उपलब्ध कर
चंद्रप्रकाश गर्ग, होडल
उपमंडल के दर्जनों गावों के मरीजों को स्वास्थ सुविधा उपलब्ध कराने के लिए एकमात्र सरकारी अस्पताल में सुविधाओं का टोटा है। अस्पताल में ना तो मरीजों को लाने ले जाने के लिए एंबुलेंस की कोई व्यवस्था है और ना ही बिजली जाने पर जनरेटर की कोई व्यवस्था है। हालांकि विभाग द्वारा अस्पताल के कुछ कमरों में इंवर्टर की व्यवस्था की हुई है, लेकिन बिजली जाने पर वह भी ठप हो जाता है और पूरा अस्पताल अंधेरे में डूब जाता है। मरीज गर्मी तड़पते रहते हैं।
करोडों रुपये खर्च कर क्षेत्र के 22 गावों की जनता को स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करने के लिए अस्पताल को बनाया था। अस्पताल में एक ही एंबुलेंस है, वह भी महीनों से कंडम हुई पड़ी है। अस्पताल में एक्सरे मशीन तो रखी हुई है, लेकिन यहां एक्सरे करने वाला नहीं है। सप्ताह में केवल दो दिन के लिए ही एक्सरे रूम खुलता है। इन दिनों के अलावा इस कमरे पर ताला लटका रहता है। राष्ट्रीय राजमार्ग से जुड़े इस अस्पताल में अगर किसी मरीज को आपातकालीन अवस्था में दूसरे अस्पताल में भेजने की जरूरत होती है तो डाक्टरों को भी दूसरे अस्पताल से मांग करनी पड़ती है। औसतन एक महीने में 150 महिलाओं की डिलीवरी कराई जाती है, जिनमें गंभीर बीमार महिलाओं को पलवल के अस्पताल के लिए रेफर किया जाता है, लेकिन उन्हें निजी वाहनों या टैक्सी का सहारा लेना पड़ता है।
अस्पताल की स्थिति के बारे में आला अधिकारियों को भी जानकारी है, परंतु सब चुप्पी लगाए बैठे हैं, जिससे निजी अस्पताल संचालकों की मौज आ रही है।
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मरीजों को लाने ले जाने वाली एंबुलेंस काफी समय से खराब खड़ी हुई है। मैंने एंबुलेंस और जनरेटर की सुविधा के लिए विभाग के उच्चाधिकारियों को अवगत करा दिया है।
- डॉ.चरणगोपाल, चिकित्सा अधिकारी।