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शहर में शुरू हुआ डोर-टू-डोर कूड़ा कलेक्शन

पलवल शहर को स्वछ रखने की दिशा में नगर परिषद ने डोर-टू-डोर कूड़ा कलेक्शन का कार्य शुरू कर दिया है।

By JagranEdited By: Published: Mon, 25 Jan 2021 03:05 PM (IST)Updated: Mon, 25 Jan 2021 03:05 PM (IST)
शहर में शुरू हुआ डोर-टू-डोर कूड़ा कलेक्शन
शहर में शुरू हुआ डोर-टू-डोर कूड़ा कलेक्शन

जागरण संवाददाता, पलवल: शहर को स्वच्छ रखने की दिशा में नगर परिषद ने डोर-टू-डोर कूड़ा कलेक्शन का कार्य शुरू कर दिया है। सोमवार को दमकल विभाग कार्यालय से विधायक दीपक मंगला, नगर आयुक्त मोनिका गुप्ता और नप की चेयरपर्सन इंदु भारद्वाज ने हरी झंडी दिखाकर कूड़ा कलेक्ट करने वाली गाड़ियों को रवाना किया। इसी के साथ सभी गाड़ियां एवं कर्मचारी अपने-अपने वार्डों में चले गए और कूड़ा कलेक्शन का कार्य शुरू किया।

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इस काम के लिए क्लासिक मैन पावर नाम की एजेंसी को ठेका दिया गया है। शहर के 31 वार्ड के घरों से नप की 44 गाड़ियां कचरा कलेक्शन करेंगी। डोर टू डोर कूड़ा गाड़ियों में सूखा और गीला कचरा डालने के लिए हरे और नीले रंग के दो डस्टबिन लगाए गए हैं। गीला कचरा जैसे (छिलके, फलों का अपशिष्ट, अंडे के छिलके, खराब व बचा भोजन, खराब दही) हरे डस्टबिन में रखना होगा। जबकि सूखा कचरा जैसे (प्लास्टिक, बोतलें, कागज कप, प्लेट, पैकेट अखबार, डिब्बे, बाक्स, पुराने कपड़े नीले डस्टबिन में रखना होगा।

पहले दिन 25 गाड़ियों को वार्ड नंबर 14, 15,16,17,18,13,12 व कैंप बाजरा, मीना गेट में कूड़ा कलेक्शन व्यवस्था शुरू हुई। डोर-टू-डोर कूड़ा कलेक्शन का चार्ज तय किया गया है। प्रत्येक घर से 50 रुपये शुल्क लिया जाएगा। हालांकि अभी होटल और दुकानदारों के लिए शुल्क तय किया जाना है। नगर आयुक्त ने लोगों से अपील करते हुए कहा कि ठेकेदार की गाड़ी शहर के सभी घरों पर सुबह के समय कचरा लेने के लिए पहुंचेगी।

कचरा सैग्रीग्रेशन (गीला-सूखा कचरा अलग करना) की व्यवस्था घर पर ही करनी होगी। इसका फायदा यह होगा कि अब घरों से निकलने वाला कचरा सड़कों पर इधर-उधर पड़ा हुआ नहीं दिखाई देगा। इसके लिए नप लोगों को जागरूक भी करेगी। घरों से निकलने वाले कचरे के निस्तारण के लिए नप ने एक आलापुर में व दो फिरोजपुर गांव में एमआरएफ सेंटर बना रखे हैं, जहां सैग्रीग्रेशन करके कचरे को उपयोग में लाया जाएगा। उन्होंने बताया कि एक महीने के अंदर कूड़ा गाड़ियों में मेडिकल वेस्ट के लिए भी अलग डस्टबिन लगाया जाएगा, जिसमें घरों में मौजूद मेडिकल वेस्ट जैसे दवाइयों के रैपर, खराब व बची दवाएं, पट्टी, इंजेक्शन की शीशी समेत अन्य मेडिकल वेस्ट को डाला जा सकेगा।


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