एक विभाग ने बनाई सड़क, दूसरे ने तोड़ी
संवाद सहयोगी, होडल: नगर परिषद और जन स्वास्थ विभाग में आपसी तालमेल न होने के कारण शहर म
संवाद सहयोगी, होडल: नगर परिषद और जन स्वास्थ विभाग में आपसी तालमेल न होने के कारण शहर में व्यवस्था अस्त-व्यस्त हो रही है। सफाई मामले में तो दोनों विभागों में खींचतान किसी से छिपी नहीं है। अब विकास कार्यो में भी यह खींचतान साफ नजर आने लगी है। इसका ताजा उदाहरण गौड़ोता चौक के निकट कालोनी में वर्षो से जर्जर सड़क को पिछले माह ही नगर परिषद ने बनवाया था, परंतु जनस्वास्थ्य विभाग ने पेयजल लाइन डालने के लिए उसे खोद डाला।
एक तरफ जब नगर परिषद द्वारा लाखों रुपये की लागत से सड़कों व गलियों का निर्माण कार्य शुरू कराया जाता है तो जन स्वास्थ विभाग को भी सीवरेज और पेयजल के लिए लाइन डालने की याद आती है। परिषद द्वारा बनाई सड़कों को जन स्वास्थ विभाग द्वारा तोड़कर पाइप लाइन डाल दी जाती हैं। उसके बाद वर्षों तक भी विभाग द्वारा तोड़ी गई सड़कों की सुध नहीं ली जाती है, जिसके कारण लोगों को खोदी गई सड़कों के कारण भारी परेशानियां उठानी पड़ती हैं। गौड़ोता चौक के निकट कालोनी में जर्जर सड़क को लेकर प्रशासनिक अधिकारियों में वहां दर्जनों बार मांग उठाई थी, तब जाकर हाल ही में सड़क का निर्माण पूरा हुआ था। अब जनस्वास्थ्य विभाग द्वारा तोड़े जाने के बाद लोगों में बेहद रोष है।
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कालोनी के लोगों के काफी प्रयासों के बाद नप द्वारा लाखों रुपये की लागत से इन सड़कों का निर्माण कराया था, लेकिन जन स्वास्थ विभाग ने सड़कों को खुर्द बुर्द कर दिया है। इससे काफी परेशानियां उठानी पड़ रही हैं। विभागीय अधिकारी सुनने को तैयार नहीं हैं।
- पप्पू शर्मा।
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इस मामले में जन स्वास्थ विभाग के अधिकारी से पूछताछ करूंगा। वैसे किसी भी विभाग को इस प्रकार सड़क मार्ग को तोड़ने का अधिकार नहीं है। सड़क तोड़ने से पहले नगर परिषद को सूचित करना आवश्यक है। अगर सड़क की मरम्मत नहंी कराई है तो इस मामले में शीघ्र ही कार्रवाई करेंगे।
- नरेश सैनी, सचिव नगर परिषद।