चीनी मिल में हुई 21 लाख क्विंटल गन्ने की पिराई
संवाद सहयोगी, पलवल : पलवल सहकारी चीनी मिल में अभी तक 21 लाख क्विंटल गन्ने की पिराई हो चुकी
संवाद सहयोगी, पलवल : पलवल सहकारी चीनी मिल में अभी तक 21 लाख क्विंटल गन्ने की पिराई हो चुकी है। मिल क्षेत्र में अभी नौ लाख क्विंटल गन्ना खेतों में खड़ा है। किसानों को डर है कि कहीं उनका गन्ना सूख न जाए, जिससे उन्हें आíथक नुकसान सहना पड़े। पलवल मिल का इस पिराई सत्र में 30 लाख ¨क्वटल गन्ना पिराई करने का लक्ष्य है। उम्मीद जाहिर की जा रही है कि मिल मई के पहले सप्ताह तक चलेगी।
मिल में प्रतिदिन करीब 18 हजार क्विंटल गन्ने की पिराई हो रही है। जबकि यह औसतन पिराई 16 हजार ¨क्वटल प्रतिदिन है। गन्ने में चीनी की मात्रा करीब 11.10 प्रतिशत आ रही है। यह मात्रा औसतन 9.6 प्रतिशत है।
किसानों का कहना है कि उन्हें गन्ना आपूíत करने की पर्चियां समय से नहीं मिल रही हैं, जबकि उत्तर प्रदेश से मिल अधिकारियों की मिलीभगत से गन्ने की आपूíत हो रही है। जिन लोगों ने ज्यादा गन्ना सप्लाई करने की बाउं¨डग करा रखी है, उनका भी मौके पर सर्वेक्षण किए जाने की जरूरत है।
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मुझे भी यह शिकायत मिली है कि उत्तर प्रदेश से कुछ गन्ना आ रहा है। इस बात की जांच कराई जाएगी। पहले मिल क्षेत्र के किसानों का गन्ना खरीदा जाएगा।
- देवीचरण मंगला, उपाध्यक्ष, पलवल सहकारी चीनी मिल
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मिल सुचारू रूप से चल रही है। उत्तर प्रदेश से मिल में गन्ना नहीं आ रहा है। मिल क्षेत्र के किसानों का पूरा गन्ना खरीदा जाएगा। यदि पर्चियों में हेरा फेरी हो रही है तो इसकी जांच कराई जाएगी।
- जितेंद्र गर्ग, प्रबंध निदेशक, पलवल सहकारी चीनी मिल