बारिश के बाद केजीपी में आई कई स्थानों पर दरारें
बारिश के बाद करोड़ों रुपये की लागत से बने कुंडली गाजियाबाद पलवल एक्सप्रेस वे में कई स्थानों पर दरार आ गई, जिससे वाहन चालकों को हादसे का डर सताने लगा है। हाईवे का निर्माण करने वाली कंपनी ने कई जगह दरारों की जगह सिमेंटिड बोर्ड लगाकर रास्ता डाइवर्ट कर दिया है।
संवाद सहयोगी, पलवल:
बारिश के बाद करोड़ों रुपये की लागत से बने कुंडली गाजियाबाद पलवल एक्सप्रेस वे में कई स्थानों पर दरार आ गई, जिससे वाहन चालकों को हादसे का डर सताने लगा है। हाईवे का निर्माण करने वाली कंपनी ने कई जगह दरारों की जगह सिमेंटिड बोर्ड लगाकर रास्ता डाइवर्ट कर दिया है।
पलवल से गाजियाबाद होते हुए सोनीपत के पास कुंडी पर मिलने वाला केजीपी करीब 136 किलोमीटर लंबा है। हाईवे के लिए जमीन का मुआवजा साढ़े चार हजार करोड़ रुपये और निर्माण पर 5,763 करोड़ रुपये की लगात आई थी। इस पर छज्जूनगर टोल बैरियर के नजदीक, टोल बैरियर से आगे और गांव छायसां की सीमा में केजीपी में किनारों पर दरार आ गई हैं। दरारों की वजह से कई जगह सड़क जमीन में धंस गई है, जबकि कई जगह दरार पार हो गई है। हाईवे के किनारे के साथ-साथ कई स्थानों पर गहरी दरारे हैं, जिससे वाहनों की रफ्तार थमने लगी है। इन दरारों को लेकर वाहन चालक और यात्री सवाल उठा रहे हैं। दरारों को लेकर केजीपी की गुणवत्ता की दोबारा से जांच की मांग की जाने लगी है। बारिश में कई बार साइड में मिट्टी का कटाव होने से सड़क धंस जाती है। सड़क का निर्माण करने वाली गायत्री कंस्ट्रक्शन कंपनी को इस बारे में कहा गया है। कंपनी ने जहां पर दरारें आई हैं, वहां से रोड को दोबारा तोड़कर बनाना शुरू कर दिया है। रोड की जिम्मेदारी अभी तक कंपनी की है।
- मोहम्मद सैफी, परियोजना निदेशक राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण