15 दिन चले धरने के बाद दफनाया साहिब का शव
15 दिन लगातार चले धरना प्रदर्शन के बाद आखिर गांव नहेदा के कब्रिस्तान में साहिब के शव को सुपुर्द-ए-खाक कर दिया गया। साहिब की अंतिम यात्रा में पूर्व परिवहन मंत्री आफताब अहमद, पूर्व मंत्री मोहम्मद इलियास, सुभान खां ¨सगारिया, कांग्रेसी नेता ऐजाज खान, जावेद अहमद सोहना, हाजी अख्तर हुसैन, भाजपा नेता इकबाल जैलदार, हाजी साहब खान पटवारी, जिला पार्षद तारीफ खुर्शीद, रमजान चौधरी एडवोकेट, रसीद अहमद एडवोकेट, असलम दिल्ली इत्यादि सैंकड़ों गणमान्य लोग मौजूद थे..
जागरण संवाददाता, पुन्हाना : 15 दिन लगातार चले धरना प्रदर्शन के बाद आखिर गांव नहेदा के कब्रिस्तान में साहिब के शव को सुपुर्द-ए-खाक कर दिया गया। साहिब की अंतिम यात्रा में पूर्व परिवहन मंत्री आफताब अहमद, पूर्व मंत्री मोहम्मद इलियास, सुभान खां ¨सगारिया, कांग्रेसी नेता ऐजाज खान, जावेद अहमद, हाजी अख्तर हुसैन, भाजपा नेता इकबाल जैलदार, हाजी साहब खान पटवारी, जिला पार्षद तारीफ खुर्शीद, रमजान चौधरी, याकूब मुरली, रसीद अहमद एडवोकेट, असलम दिल्ली इत्यादि सैंकड़ों गणमान्य लोग मौजूद थे। साहिब का शव देर शाम सोमवार को गांव नहेदा पहुंचा था। गांव के लोगों ने इंसाफ कमेटी से सलाह मशविरा कर मंगलवार सुबह दस बजे शव को दफनाने का फैसला लिया।
बता दें, कि बीते 7 अगस्त को गांव पटाकपुर में पुलिस व ग्रामीणों की झड़प हो गई थी। इसमें गोली लगने के बाद नहेदा निवासी साहिब की मौत हो गई थी। जिसे लेकर पुलिस द्वारा अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ साहिब की हत्या का मामला दर्ज किया गया तथा गांव पटाकपुर के लगभग 150 लोगों के खिलाफ पुलिस पर हमले का मामला दर्ज किया गया। ग्रामीणों का आरोप है कि साहिब की मौत पुलिस की गोली से हुई है। इसलिए पुलिसकर्मियों के खिलाफ मामला दर्ज किया जाए। जिसे लेकर लगातार पुन्हाना अनाजमंडी में धरना प्रदर्शन किया गया।
प्रदेश के मुख्यमंत्री को ज्ञापन सौंपा गया। वहीं दो दिन गिरफ्तारियां दी गई तथा दिल्ली जंतर-मंतर पर धरना तक दिया गया, लेकिन सरकार व पुलिस प्रशासन अपने रूख पर बने रहे। ऐसे में इंसाफ कमेटी द्वारा साहिब के शव को दफनाने का फैसला लिया तथा अपनी लड़ाई न्यायालय के माध्यम से लड़ने का फैसला किया गया। इंसाफ कमेटी के फैसले के अनुसार मंगलवार सुबह साहिब के शव को गांव नहेदा के कब्रिस्तान में दफना दिया गया।