साहिब हत्याकाड में न्याय को लेकर लोगों ने किया प्रदर्शन
नई अनाज मंडी नूंह में साहिब को इंसाफ दिलाने के लिए मेवात के लोगों ने धरना प्रदर्शन किया। लोगों का कहना का साहिब को इंसाफ मिलने तक धरना जारी रहेगा..
जागरण संवाददाता, नूंह : नई अनाज मंडी नूंह में साहिब को इंसाफ दिलाने के लिए मेवात की 36 बिरादरी के लोग एकत्रित हुए। इसमें जिले के सभी दिग्गज राजनेता, समाजसेवी, उलेमा, वकील, युवा शामिल रहे। सभी लोग अनाजमंडी में धरना-प्रदर्शन करने के बाद गाधी पार्क पहुंचे। उसके बाद सभी ने पैदल मार्च करते हुए लघु सचिवालय पर पहुंचकर सरकार व पुलिस प्रशासन के खिलाफ अपना विरोध जताया। कई घटे के इस विरोध प्रदर्शन में सरकार व पुलिस प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की गई।
इस दौरान मंच का संचालन मेवात विकास मंच के महासचिव आसिफ अली चंदेनी ने किया। विरोध प्रदर्शन में पहुंचने वाले नेताओं में प्रमुख रूप से नूंह से इनेलो विधायक नसीम अहमद, पूर्व मंत्री आफताब अहमद, पूर्व मंत्री मोहम्मद इलियास, विधायक जाकिर हुसैन, पूर्व डिप्टी स्पीकर आजाद मोहम्मद, मामन खान इंजीनियर, पूर्व विधायक हबीबुर्रहमान, पीसीसी सदस्य महताब अहमद, अख्तर हुसैन, मास्टर बदरूद्दीन, एजाज अहमद, सुभान खा सिंगारिया, इकबाल जेलदार, रमजान चौधरी, याकूब उर्फ मुरली, हाजी अब्दुल्ला सरपंच नंगली, मौलाना रफीक, खलील एडवोकेट, अहमद उमरा आदि शामिल रहे।
अनाजमंडी में धरने को संबोधित करते हुए पूर्व मंत्री आफताब अहमद ने कहा कि जिले की 36 बिरादरी लंबे समय से साहिब को इंसाफ दिलाने के लिए संघर्ष कर रही है। मेवात के राजनेताओं, वकीलों, समाजसेवियों, युवाओं व महिलाओं ने अपनी गिरफ्तारी भी दी तथा राजघाट पर महात्मा गाधी की समाधि व जंतर-मंतर पर एक दिवसीय धरना देकर इंसाफ की गुहार लगाई, लेकिन भाजपा की इस सरकार पर कोई फर्क नहीं पड़ा। मेवात की 36 बिरादरी साहिब को इंसाफ दिलाने के लिए तब तक लड़ाई लड़ेगी जब तक साहिब को इंसाफ नहीं मिल जाता। वरिष्ठ नेता मामन खान इंजीनियर ने कहा कि साहिब के लिए इंसाफ किसी भी कीमत पर लेकर रहेंगे। मेवात के लोग पिछले दो सप्ताह से भी ज्यादा समय से इंसाफ की गुहार लगा रहे है लेकिन इस सरकार के कानों पर जूं तक नहीं रेंग रही हैं, जो बड़े ही शर्म की बात है। गांधी पार्क में लगाई न्याय की गुहार :
प्रदर्शन कर रहे नेता व गणमान्य लोग अनाजमंडी के बाद नूंह के गाधी पार्क पहुंचे। जहा सभी ने महात्मा गाधी की प्रतिमा के सामने साहिब के लिए न्याय की गुहार लगाई। पूर्व मंत्री आजाद मोहम्मद ने कहा कि 19 दिसंबर 1947 में बंटवारे के समय राष्ट्रपिता महात्मा गाधी गाव घासेड़ा में आए थे। उन्होंने मेव कौम को पाकिस्तान जाने से रोका था और मेव कौम की कुर्बानियों व बहादुरी की तारीफ करते हुए कहा था कि मेव कौम से बहादुर कौम, देशभक्ति किसी भी कौम में नहीं है और मेवों का भी इस देश पर इतना ही हक जितना बाकि लोगों का है। लेकिन आज वे कहां जाएं, मेव कौम पर भाजपा सरकार द्वारा तरह तरह के जुल्म ढहाए जा रहे हैं। कभी फर्जी गोहत्या के नाम पर तो कभी पुलिस द्वारा गोली मारकर बेकसूर लोगों की हत्या की जा रही है।