चार लोगों की मौत से नीमका में पसरा मातम
नीमका गांव के जंगल में कुएं की सफाई करने के दौरान साथी को बचाने में हुई चार लोगों की मौत के बाद गांव में मातम पसरा है। मृतकों में दो चचेरे भाई भी थे। हादसे के बाद से स्वजन का रो रोकर बुरा हाल है।
संवाद सहयोगी, पिनगवां : नीमका गांव के जंगल में कुएं की सफाई करने के दौरान साथी को बचाने में हुई चार लोगों की मौत के बाद गांव में मातम पसरा है। मृतकों में दो चचेरे भाई भी थे। हादसे के बाद से स्वजन का रो रोकर बुरा हाल है।
नीमका, बिछौर और इंदाना के जंगलों में ऐसे कई कुएं है, जिनमें जमीनी पानी का स्तर नीचा होने के कारण ग्रामीणों ने पास से गुजर रहे नाले से खेतों तक पाइप दबाए हुए है और खेत में कुएं बनाए हुए है। बारिश के मौसम में नाले से आने वाले कचरे से पाइप रूक जाते है, जिन्हें ग्रामीणों को साफ करना पड़ता है। शनिवार को पाइप की सफाई करने ही जमशीद कुएं में उतरे थे, जिसके बाद उन्हें बचाने में चार लोग मौत के मुंह में समा गए। पांच बच्चों के सिर से उठा पिता का साया
नीमका गांव निवासी जमशीद स्वजन को कुएं की सफाई करने की बात कहकर गए थे। उसके बाद दोपहर में उनकी मौत की खबर आई। जमशीद के पांच बच्चे हैं, जिनके सिर से पिता का साया उठ गया है। हादसे के बाद से पूरे परिवार सदमे में है। चचेरे भाइयों की मौत
मृतक याहया व जाकिर आपस में चचेरे भाई है। जाकिर की अभी कुछ दिनों पहले ही सगाई हुई थी व याहया अविवाहित थे। वहीं, मृतक शाहिद दोनों के मित्र थे। एक ही परिवार में दो युवकों की मौत से घरों में मातम का माहौल है। नायब तहसीलदार को सौंपी जांच:
पुन्हाना एसडीएम मनीषा शर्मा ने बताया कि हादसे के बाद मौके पर नायब तहसीलदार को भेजकर रिपोर्ट देने के लिए कहा गया है। चार लोगों की मौत जहरीली गैस के कारण हुई या फिर कोई और कारण था, इसकी जांच होगी। इसके अलावा सीएमओ की टीम को भी सूचना देकर जांच करने के आदेश दिए है।