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पुलिस पर हमले के आरोप में 50 लोगों पर केस, दो गिरफ्तार

थाना क्षेत्र के गांव घाटा शमशाबाद में ओवरलोड वाहनों को पकड़ने गई पुलिस टीम पर हमला करने के आरोप में पुलिस ने 50 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कर दो आरोपितों को दबिश देकर गिरफ्तार किया है।

By JagranEdited By: Published: Thu, 21 Jan 2021 06:04 PM (IST)Updated: Thu, 21 Jan 2021 06:04 PM (IST)
पुलिस पर हमले के आरोप में 50 लोगों पर केस, दो गिरफ्तार
पुलिस पर हमले के आरोप में 50 लोगों पर केस, दो गिरफ्तार

संवाद सहयोगी, फिरोजपुर झिरका: थाना क्षेत्र के गांव घाटा शमशाबाद में ओवरलोड वाहनों को पकड़ने गई पुलिस टीम पर हमला करने के आरोप में पुलिस ने 50 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कर दो आरोपितों को दबिश देकर गिरफ्तार किया है। आरोप है कि आरोपितों ने पुलिस टीम के जवानों के साथ मारपीट कर उनसे रुपये तथा खनिज सामग्री से भरे हाईवा को छीन लिया था। पुलिस ने इस मामले में 10 नामजद और 40 से अधिक अन्य अज्ञात लोगों को आरोपित बनाया है। इन पर विभिन्न धाराओं में अभियोग अंकित कर इनकी तलाश की जा रही है।

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थाना प्रबंधक रमेश चंद ने बताया कि बीती रात पुलिस बीवां-पहाड़ी मार्ग पर ओवरलोड वाहनों को पकड़ने गई थी। पुलिस ने कार्रवाई के दौरान एक हाईवा को तय सीमा से अधिक खनिज सामग्री ढोने पर पकड़ लिया। पुलिस जब हाईवा को लेकर थाने की तरफ आ रही थी तो घाटा शमशाबाद में 40 से 50 लोगों ने पुलिस टीम को घेर लिया और हमला कर दिया। इस हमले में होमगार्ड के तीन जवानों को गंभीर चोटें आई हैं।

प्रबंधक ने बताया कि आरोपितों ने पुलिस के साथ मारपीट के अलावा मोटरसाइकिलों की चाबियां, जेब में रखे रुपये व हाईवा को छीन लिया। उन्होंने बताया कि सभी आरोपितों पर सरकारी कार्य में बाधा डालने, पुलिस पर जानलेवा हमला करने तथा छीना झपटी इत्यादि करने के जुर्म में मुकदमा दर्ज किया गया है। दो आरोपित मामले में गिरफ्तार किए जा चुके हैं। नया नहीं है पुलिस पर हमले का मामला: अवैध खनन व ओवरलोड वाहनों को रोकने के लिए जाने वाली पुलिस टीम के साथ हमले का ये मामला नया नहीं है। इससे पहले भी पुलिस के साथ जिले के कई स्थानों पर जानलेवा हमला हो चुका है। इसमें पुलिसकर्मी गंभीर रूप से घायल हो चुके हैं। यदि हम पुलिस पर हुए हमलों पर प्रकाश डालें तो ये आंकड़े चौकाने वाले हैं। यहां की राजस्थान सीमा से सटे गांव नहारिका चित्तौड़ा में जब पुलिस और एसडीएम की टीम अवैध खनन रोकने पहुंची तो यहां खनन माफिया ने पुलिस व एसडीएम की टीम पर जानलेवा हमला बोल दिया। इसमें एसडीएम व एसएचओ सहित कई पुलिसकर्मी घायल हो गए थे। इस मामले में पुलिस ने 41 लोगों को आरोपित बनाया था। इसी तरह दोरक्खी में एक आरोपित को पकड़ने गई पुलिस टीम पर पथराव हुआ था। इसमें दो पुलिसकर्मी घायल हुए थे। 12 मार्च को गांव बसईमेव में जब पुलिस अवैध खनन रोकने गई थी तो यहां भी पुलिस के ऊपर जानलेवा हमला हुआ था और कई पुलिसकर्मी घायल हुए थे। इस मामले में पुलिस ने 30 लोगों को आरोपित बनाया था। 25 सितंबर, 2020 को तावडू के सीलखों में जब पुलिस अवैध खनन रोकने गई थी तो यहां भी खनन माफिया ने पुलिस पर हमला कर दिया था। इसमें भी कई पुलिसकर्मी घायल हुए थे। नहीं रुकता अवैध खनन: जिला प्रशासन व पुलिस के लाख प्रयासों के बावजूद भी जिले में अवैध खनन के मामले रुकने का नाम नहीं लेते। अभी भी हरियाणा-राजस्थान की सीमा पर अवैध खनन की शिकायतें आम हैं। इसके अलावा यहां अरावली क्षेत्र से अवैध रास्ते बनाकर धड़ल्ले से खनिज सामग्री ढोने वाले वाहनों को बदस्तूर निकाला जा रहा है। जबकि प्रशासन दावा करता है कि उनके द्वारा तमाम अवैध रास्ते बंद करवा दिए गए हैं। - पिछले कई दिनों से जारी कार्रवाई में कई जगह अवैध रास्ते काटे गए हैं। पुलिस द्वारा ओवरलोड वाहनों को पकड़ा जा रहा है। यदि कहीं अवैध रास्ते अभी भी बने हुए हैं तो उन्हें भी जल्द ही काटा जाएगा।

रीगन कुमार, एसडीएम, फिरोजपुर झिरका


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