मच्छरों पर लगाएं लगाम, एकत्र न होने दें पानी
लोगों को मलेरिया व डेंगू से बचाने के लिए हर संभव प्रयास किए जाने चाहिए तथा जहां भी आवश्यकता हो वहां दवा का छिड़काव समय से पूर्व कराएं ताकि मच्छर का लार्वा पनपने न पाएं। जहां भी पानी एकत्र होने की संभावना है।
जागरण संवाददाता, नूंह: मच्छरों को फैलने से रोकें, पानी को एकत्र मत होने दें। साफ सफाई का पूरा ध्यान रखा जाए, कहीं गंदगी नजर मत आए। जिले के लोगों को मलेरिया एवं डेंगू से सुरक्षित रखने के लिए स्वास्थ्य विभाग तत्परता से कार्य करे, मलेरिया व डेंगू की बीमारी न फैलने पाये। उपायुक्त धीरेंद्र खड़गटा ने यह निर्देश मलेरिया व डेंगू को लेकर आयोजित स्वास्थ्य विभाग की बैठक को संबोधित करते हुए दिए।
उन्होंने कहा कि लोगों को मलेरिया व डेंगू से बचाने के लिए हर संभव प्रयास किए जाने चाहिए तथा जहां भी आवश्यकता हो वहां दवा का छिड़काव समय से पूर्व कराएं ताकि मच्छर का लार्वा पनपने न पाएं। जहां भी पानी एकत्र होने की संभावना है वहां मच्छर के लार्वा को खत्म करने के लिए समय रहते आवश्यक कदम उठाए।
अब तक मलेरिया के 22 मामले
सिविल सर्जन डा. सुरेंद्र सिंह ने बताया कि जिले में मच्छरों की समस्या प्रति वर्ष रहती है, जिसके कारण मलेरिया एवं डेंगू के केस निकलने कि आशंका रहती है, जिसका मुख्य कारण मच्छरों का ज्यादा से ज्यादा पनपना है। इस वर्ष स्वास्थ्य विभाग ने मलेरिया व डेंगू को पूरी तरह से नियंत्रित करने का लक्ष्य रखा है। वर्ष 2020 में मलेरिया के अभी तक 22 मामले सामने आए है, जबकि अभी तक डेंगू का कोई मामला नहीं हैं। जिले का स्वास्थ्य विभाग मलेरिया व डेंगू को लेकर पूरी तरह से मुस्तैदी के साथ अपने कार्य में लगा हुआ है। जिले मे मलेरिया की जांच का कार्य लगातार जारी है। जिले के सभी गांवो मे आशा वर्कर घर-घर जाकर मलेरिया रोधी काम कर रहे हैं, जिसमें लोगों को मलेरिया व डेंगू के प्रति जागरूक किया जा रहा है। इसके साथ-साथ कोविड-19 के बारे में भी लोगो को शारीरिक दूरी रखने व मास्क लगाने के लिए आमजन को जागरूक किया जा रहा है। जिले को मलेरिया व डेंगू मुक्त रखना तभी संभव हो सकता है जब समाज का हर एक नागरिक जागरूक होगा। मच्छर कूलर के पानी, एकत्रित पानी, फ्रीज के पिछले ट्रे, पक्षियों के पानी के बर्तन, पुराने टायरों में पानी एकत्र होने से मच्छर पैदा होते हैं। हम खुद अपने घर व आस-पास नजर रखे व कही पर भी पानी एकत्र न होने दें। रविवार को हम सब ड्राई-डे के तौर पर अपने घर व आस पड़ोस में जमा पानी बहाकर और बर्तनों को सुखा दें। उन्होंने कहा कि हम सब प्राण लें कि हर रविवार ड्राई-डे मनाए तथा हमेशा पूरी बाजू के कपड़े पहनें। आइए हम सब खुद भी जागेंगे और औरों को भी जगाएंगे तथा मिलकर हम अपने गांव व शहर को मलेरिया व डेंगू से मुक्त कराएंगे। डोर टू डोर जागरूकता अभियान और रोग निगरानी गतिविधियों के लिए आयुष कर्मचारियों की भागीदारी सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। व्यक्तिगत सुरक्षा के लिए मच्छर प्रतिकारक के रूप में उपयोग के लिए हर्बल उत्पादों की पहचान करें और उन्हें जनता के बीच बढ़ावा दें। बैठक में डा. बसंत दूबे, महिला एवं बाल विकास विनिता, सहित अन्य संबंधित विभाग के अधिकारी मौजूद रहें।