सॉफ्टवेयर में तकनीकी खराबी, नहीं हो पा रही जमींनों की रजिस्ट्री
प्रदेश सरकार ने जमीनों की रजिस्ट्री में गड़बड़ी रोकने को लेकर नया सॉफ्टवेयर तो बना दिया लेकिन नए सॉफ्टवेयर में तकनीकी खराबी के चलते जमीनों की रजिस्ट्री नहीं हो पा रही हैं।
संवाद सहयोगी, पुन्हाना : प्रदेश सरकार ने जमीनों की रजिस्ट्री में गड़बड़ी रोकने को लेकर नया सॉफ्टवेयर तो बना दिया, लेकिन नए सॉफ्टवेयर में तकनीकी खराबी के चलते जमीनों की रजिस्ट्री नहीं हो पा रही हैं। इससे जमीन खरीदने व बेचने वाले लोगों से लेकर वसीका नवीस भी परेशान हैं। उनका कहना है कि तहसील में रजिस्ट्री का काम रूकने से उनका धंधा बंद हो गया है।
बता दें कि लॉकडाउन में बड़े-बड़े शहरों में हुए रजिस्ट्री घोटाले के बाद सरकार ने 22 जुलाई से रजिस्ट्री बंद करने के साथ ही ऐसा सॉफ्टवेयर बनाने का दावा किया था, जिससे रजिस्ट्री में किसी प्रकार की गड़बड ना हो सके। इसे तैयार कर प्रदेश में 17 अगस्त से रजिस्ट्री का कार्य शुरू कराने का दावा किया था। इसके बाद नया सॉफ्टवेयर भी बना लिया गया , लेकिन नए सॉफ्टवेयर में तकनीकी खराबी के चलते डेढ़ माह बाद भी रजिस्ट्री नहीं हो पा रही है।
वहीं शहरवासी कन्हैया, विनोद कालडा, विकास, राजेंद्र ने बताया कि जमीन की रजिस्ट्री कराने को लेकर करीब 15 दिनों से तहसील कार्यालय के चक्कर काट रहे हैं, लेकिन सॉफ्टवेयर के काम न करने के चलते रजिस्ट्री नहीं हो पा रही है।
इसके साथ ही तुलाराम एडवोकेट, जुबैर एडवोकेट सहित अधिवक्ताओं का कहना है कि रजिस्ट्री बंद होने से उनके काम-काज पर भी प्रभाव पड़ रहा है। तहसील में रजिस्ट्री ना होने से वो भी परेशान हैं। उनकी मांग है कि लोगों को हो रही परेशानी को देखते हुए सरकार जल्द से जल्द सॉफ्टवेयर को दुरुस्त करें, ताकि रजिस्ट्री हो सकें।
नए सॉफ्टवेयर में तकनीकी खराबी के चलते रजिस्ट्री के कार्य नहीं हो पा रहे हैं। इसे लेकर उच्चाधिकारियों को भी अवगत करा दिया गया है। सॉफ्टवेयर शुरू होने के साथ ही रजिस्ट्री का कार्य शुरू कर दिया जाएगा।
- कंवरलाल, नायब तहसीलदार पुन्हाना।