शिवमंदिर पर 21 को लगेगा ऐतिहासिक पांडव कालीन वार्षिक मेला
आगामी 21 फरवरी को महाशिवरात्रि का पर्व हर्षोल्लास के साथ मनाया जाएगा। इसी को लेकर यहां महाशिवरात्रि पर्व पर लगने वाले मेले की भी तैयारियां मंदिर पर जोरशोर से चल रहीं हैं।
संवाद सहयोगी, फिरोजपुर झिरका: ऐतिहासिक नगरी फिरोजपुर झिरका की अरावली पर्वत श्रंखलाओं के बीचों बीच बना पांडव कालीन शिव मंदिर लाखों लोगों की आस्था का केंद्र है। ऐसे में यहां आगामी 21 फरवरी को महाशिवरात्रि का पर्व हर्षोल्लास के साथ मनाया जाएगा। इसी को लेकर यहां महाशिवरात्रि पर्व पर लगने वाले मेले की भी तैयारियां मंदिर पर जोरशोर से चल रहीं हैं। इस संदर्भ में शिवमंदिर विकास समिति के प्रधान अनिल गोयल ने जानकारी देते हुए बताया कि शिव मंदिर पर लगने वाले मेले की सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। महाशिवरात्रि के पर्व को देखते हुए मंदिर को भव्य आकार देकर रंग बिरंगी लड़ियों से सजाया जा रहा है। साथ ही मेले पर सुरक्षा की दृष्टि से सीआरपीएफ जवानों के साथ स्थानीय पुलिस की मदद ली जा रही है।
प्रधान ने बताया कि देश की राजधानी दिल्ली से मात्र 110 किलोमीटर की दूरी पर नूंह जिले के शहर फिरोजपुर झिरका की अरावली पर्वत श्रंखलाओं में प्राचीन शिव मंदिर का इतिहास से अनूठा संबंध है। इस प्राचीन शिव मंदिर के विषय में मान्यता है कि पांडवों ने अज्ञातवास के दौरान इस रमणीक स्थल पर कुछ समय व्यतीत कर पूजा-अर्चना कर शिवलिग की स्थापना की थी। तभी से यह जगह तपोभूमि के रूप में विख्यात हो गई और यह शिव मंदिर लाखों लोगों की आस्था का केंद्र बन गया। उन्होंने बताया कि यहां महाशिवरात्रि वाले दिन हरियाणा, राजस्थान, उत्तर प्रदेश सहित दिल्ली सहित देश के कई राज्यों से भारी संख्या में शिव भक्त आते हैं। अनिल गोयल ने बताया कि 20 फरवरी को यानी महाशिवरात्रि से एक दिन पहले मंदिर परिसर पर विशाल जागरण का आयोजन भी किया जाएगा। जिसमें भक्तजन भाग लेकर धर्मलाभ उठाएंगे।