अध्यापकों की नियुक्ति की मांग को लेकर सौंपा ज्ञापन
उपमंडल के गांव पापडा स्थित मिडिल स्कूल में वर्ष 2007 से बच्चों को पढ़ाने के लिए एक भी अध्यापक नहीं हैं।
संवाद सहयोगी, पुन्हाना : उपमंडल के गांव पापडा स्थित मिडिल स्कूल में वर्ष 2007 से बच्चों को पढ़ाने के लिए एक भी अध्यापक नहीं हैं। जिसकी वजह से बच्चों की पढ़ाई प्रभावित हो रही है। आठवीं तक के बच्चों को पढ़ाने के लिए प्राइमरी से अध्यापक लगा रखा है। गांव के मिडिल और प्राइमरी स्कूल अलग-अलग स्कूलों में चल रहे हैं। गांव के पूर्व सरपंच सरफूदीन व समाजसेवी आबिद हुसैन की अगुवाई में पुन्हाना की एसडीएम वैशाली शर्मा के ना होने के चलते रीडर अख्तर हुसैन को ग्रामीणों ने ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन के माध्यम से मिडिल स्कूल में नियमित अध्यापकों की नियुक्ति की मांग की गई। गांव के आबिद हुसैन और पूर्व सरपंच सरफूदीन ने बताया कि उनके गांव के प्राइमरी स्कूल को 2007 में अपग्रेड कर मिडिल स्कूल बनाया था। तब से लेकर आज तक उसमें एक भी स्थाई अध्यापक नियुक्त नहीं किया गया है। उनका कहना है कि 2014-15 तक दोनों स्कूल प्राइमरी स्कूल के ही कैंपस में चलते थे। मिडिल स्कूल के अध्यापकों को जैसे तैसे कर प्राइमरी के अध्यापक कोर्स पूरा करा देते थे। मिडिल स्कूल का अपना भवन बन जाने पर 2014-15 में 6 से 8 कक्षा के बच्चों को दूसरी जगह सिफ्ट कर दिया गया। उसके बावजूद भी मिडिल स्कूल में कोई अध्यापक नहीं लगाया और तभी से ही प्राइमरी स्कूल के अध्यापकों को डेपूटेशन पर भेज कर पढ़ाया जा रहा है। ग्रामीणों का कहना है कि इस समय मिडिल स्कूल में 147 और प्राइमरी स्कूल मे 300 छात्र-छात्राएं हैं। मिडिल स्कूल में कोई अध्यापक नहीं है जबकि प्राइमरी में सात अध्यापक हैं। उनका कहना है कि प्राइमरी स्कूल की बिल्डिंग जर्जर हो चुकी है इस वजह प्राइमरी स्कूल को मिडिल स्कूल में शिफ्ट कर दिया जाए। जब तक मिडिल स्कूल में अध्यापक नियुक्त नहंी हो जाते तब-तक प्राइमरी के अध्यापक ही मिडिल स्कूल के बच्चों को पढ़ा सकेंगे और इससे बच्चों की पढ़ाई भी प्रभावित नहीं होगी। इस मौके पर आबिद हुसैन, सरफूदीन पूर्व सरपंच, अरशद हुसैन, हाजी वहीद, अलीखान, शेर सिंह, रशीद अहमद अधिवक्ता, अरशद हुसैन अधिवक्ता, जमील अहमद, रमजान सहित अन्य लोग भी मौजूद रहे।