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टिकट के दावेदारों ने बढ़ाई सरगर्मी

सोहना विधानसभा के हिस्से तावडू से विधानसभा का चुनाव लडऩे वाले हर पार्टी या निर्दलीय दावेदारों का आंकड़ा पुलिस के खुफिया विभाग ने जुटाया है। सूत्रों की मानें तो ये सूची सरकार को प्रेषित भी हो चुकी है। वहीं तावडू शहर में इस विषय पर राजनीतिक सरगर्मी की बात करें वर्तमान में भाजपा की टिकट पर तावडू क्षेत्र से 4-5 दावेदार हैं। वहीं भाजपा सहित कांग्रेस इनेलो बसपा लोकतंत्र सुरक्षा मंच व निर्दलीय दावेदारों की संख्या लगभग लगभग एक दर्जन तक है। जिन दावेदारों के नाम फील्ड में तेजी से चल रहे हैं वे अपनी छाती चौड़ी कर जीत का दावा भी लोगों के समक्ष प्रस्तुत कर रहे हैं। दावेदार इस आंकड़े में अपनी जाति धर्म की गोटी भी फिट कर रहे हैं।

By JagranEdited By: Published: Fri, 07 Jun 2019 06:51 PM (IST)Updated: Sat, 08 Jun 2019 06:37 AM (IST)
टिकट के दावेदारों ने बढ़ाई सरगर्मी
टिकट के दावेदारों ने बढ़ाई सरगर्मी

संवाद सहयोगी, तावडू : प्रदेश में विधानसभा चुनाव नजदीक आ रहे हैं। इसकी वजह से राजनीतिक सरगर्मियां तेज होती जा रही हैं। मुख्यमंत्री पार्टी कार्यकर्ताओं का मनोबल बढ़ाने व उनकी नाराजगी दूर करने को लेकर जिला स्तरीय कार्यक्रम आयोजित कर रहे हैं। इसी कड़ी में 14 जून को नूंह जिले में मुख्यमंत्री का दौरा तय है। चुनावों को नजदीक देख खुफिया विभाग भी पूरी तरह सक्रिय मोड में है। इस विभाग द्वारा हर पार्टी में टिकट के दावेदारों की सूची तैयार कर सरकार को प्रेषित करने की बात सामने आ रही है।

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सोहना विधानसभा के हिस्से तावडू से विधानसभा का चुनाव लड़ने वाले हर पार्टी या निर्दलीय दावेदारों का आंकड़ा पुलिस के खुफिया विभाग ने जुटाया है। सूत्रों की मानें तो ये सूची सरकार को प्रेषित भी हो चुकी है। वहीं तावडू शहर में इस विषय पर राजनीतिक सरगर्मी की बात करें वर्तमान में भाजपा की टिकट पर तावडू क्षेत्र से 4-5 दावेदार हैं। वहीं भाजपा सहित कांग्रेस, इनेलो, बसपा, लोकतंत्र सुरक्षा मंच व निर्दलीय दावेदारों की संख्या लगभग लगभग एक दर्जन तक है।

जिन दावेदारों के नाम फील्ड में तेजी से चल रहे हैं वे अपनी छाती चौड़ी कर जीत का दावा भी लोगों के समक्ष प्रस्तुत कर रहे हैं। दावेदार इस आंकड़े में अपनी जाति, धर्म की गोटी भी फिट कर रहे हैं। कुछ दावेदारों ने तो अपने चुनावी कार्यालय को लेकर जमीन या बिल्डिग तलाशना भी शुरू कर दिया है। सत्तासीन विधायक एक कदम आगे बढ़कर अपने द्वारा कराए गए विकास कार्यों का बखान कर स्वयं को पार्टी की दोबारा टिकट मिलने का दावा ठोक रहे हैं। इसके विपरीत विपक्ष को तो छोड़िए उन्हीं की पार्टी में टिकट के दावेदार स्वयं को प्रबल दावेदार बता अपनी खूबियों के कसीदे पढ़ रहे हैं। ये दावेदार अपने समर्थकों से समूचे क्षेत्र में स्वयं को लेकर लॉबिग भी करवा रहे हैं। ये राजनीतिक खेल अभी तक तो बैकडोर से हो रहा है, लेकिन जल्द ही ये सार्वजनिक दिखने की उम्मीद है।

भाजपा के इन भावी उम्मीदवारों में कोई स्वयं को जातिगत लिहाज से मजबूत दावेदार बता रहा है तो कोई पार्टी संगठन में मजबूत पकड़ का हवाला दे रहा है। कोई स्वयं को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की पसंद बता रहा है। अब इस राजनीतिक खेल में लोग भी जमकर रूचि लेने लगे हैं। लोग इन दावेदारों को भावी विधायक कहकर पुकारने से भी गुरेज नहीं कर रहे। अब इन दावेदारों की टिकट की चाहत सिरे चढ़ेगी या नहीं ये तो वक्त ही बताएगा लेकिन इस राजनीतिक सरगर्मी ने राजनीतिक हलचल अवश्य पैदा कर दी है।


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