गर्मी की छुट्टी में नहीं लगेगा एनएसएस कैंप
इस वर्ष प्रदेश भर के सरकारी स्कूलों में ग्रीष्मकालीन अवकाश में एनएसएस (राष्ट्रीय सेवा योजना) का कैंप नहीं लगेगा। मई माह में ही पड़ रहे लू के थपेड़ों के चलते विभाग ने यह निर्णय लिया है।
सुनील शर्मा, तावडू
इस वर्ष प्रदेश भर के सरकारी स्कूलों में ग्रीष्मकालीन अवकाश में एनएसएस (राष्ट्रीय सेवा योजना) का कैंप नहीं लगेगा। मई माह में ही पड़ रहे लू के थपेड़ों के चलते विभाग ने यह निर्णय लिया है। राष्ट्रीय सेवा योजना (एनएसएस) राष्ट्र की युवा शक्ति के व्यक्तित्व विकास को लेकर युवा कार्यक्रम एवं खेल मंत्रालय भारत सरकार द्वारा संचालित एक सक्रिय कार्यक्रम है। इसकी गतिविधियों में भाग लेने वाले विद्यार्थी समाज के लोगों के साथ मिलकर समाज के हित में कार्य करते हैं।
साक्षरता संबंधी कार्य, पर्यावरण सुरक्षा, स्वास्थ्य एवं सफाई, आपातकालीन या प्राकृतिक आपदा के समय पीड़ित लोगों की सहायता के अलावा कई अन्य सामाजिक कार्य विद्यार्थी सीखते हैं। विद्यार्थी जीवन से ही समाजपयोगी कार्यों में रहने से उनमें समाज चेतना या राष्ट्र सेवा के गुणों का विकास होता है। एक आदर्श नागरिक बनने के लिए इन गुणों का विकास होना नितांत आवश्यक है।
जिले में स्थिति: नूंह जिले के 23 राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालयों में एनएसएस विग है। गत वर्ष ये विग केवल 8 स्कूलों में थी। लेकिन विद्यार्थियों की इन कैंपों के प्रति रुचि व उनके सर्वांगीण विकास को लेकर विभाग ने इसका प्रदेशभर के काफी स्कूलों में दायरा बढ़ाया जिसमें नूंह जिला भी शामिल है। केवल कक्षा ग्यारहवीं व बारहवीं के विद्यार्थी ही कैंप में हिस्सा लेते हैं। एक बार में 50-50 छात्र-छात्राएं ही कैंप में प्रतिभागी होते हैं। कैंप का स्वरूप: एनएसएस कैंप उन्हीं स्कूलों में लगता है जिनमें यह विग होती है। सर्दी व गर्मी के मौसम की सरकारी छुट्टियों में 7 दिवसीय कैंप लगता है। वहीं समय-समय पर एक दिन का कैंप भी स्कूल में लगता रहता है। उल्लेखनीय है कि फंड के अभाव के चलते गत वर्ष को छोड़कर उससे पूर्व के 4 वर्ष तक तो नूंह जिले में ये कैंप ही नहीं लगा था। होता है सर्वांगीण विकास: राष्ट्रीय सेवा योजना विद्यार्थियों को सृजनात्मक एवं रचनात्मक कार्यों के प्रति प्रेरित कर समाज सेवा का अवसर प्रदान करती है। उनके व्यक्तित्व को निखारने एवं भविष्य में उन्हें कर्त्तव्यनिष्ठ, संवेदनशील तथा उपयोगी नागरिक के रूप में संवारने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है। रोजगार में भी लाभ: राष्ट्रीय सेवा योजना से प्राप्त प्रमाण-पत्र स्वयंसेवकों के अच्छे भविष्य के निर्माण में सहायक हैं। छात्र शासकीय और गैर-शासकीय सेवाओं में इन प्रमाण-पत्रों का प्रयोग कर सकते हैं। उच्चतर कक्षाओं के विभिन्न पाठ्यक्रमों में प्रवेश के समय राष्ट्रीय सेवा योजना प्रमाण-पत्र धारक छात्रों को अतिरिक्त बोनस अंक भी दिए जाते हैं।
अधिक गर्मी के चलते विभाग ने यह निर्णय लिया है। ये कैंप इस बार सर्दियों में लगेगा। हां, कैंप के आयोजन को लेकर अभी सरकार द्वारा फंड भी जारी नहीं किया गया है। - डॉ. कपेंद्र सिंह, स्टेट एनएसएस ऑफिसर, हरियाणा।