34 सीएचओ ने संभाली वेलनेस सेंटरों की कमान
स्वास्थ्य सेवाओं की उड़ान में हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर बेहद कारगर साबित हो रहे हैं।
संवाद सहयोगी, तावडू : स्वास्थ्य सेवाओं की उड़ान में हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर बेहद कारगर साबित हो रहे हैं। जिला स्वास्थ्य विभाग ने समस्त 94 सब सेंटरों को हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर में बदलने का निर्णय लिया है। वहीं 44 सब सेंटरों को वेलनेस सेंटरों में बदला जा चुका है। वहीं 19 में से पांच पीएचसी भी वेलनेस सेंटरों में तब्दील हो चुकी हैं जबकि सात पर काम जारी है। बाकी सब सेंटर व पीएचसी को भी वेलनेस सेंटरों में बदलने को लेकर प्रपोजल सरकार को प्रेषित किया जा चुका है। सरकार की ओर से हरी झंडी मिली चुकी है। उम्मीद है कि दिसंबर तक ये सभी वेलनेस सेंटर में बदल जाएंगे। वहीं 34 वेलनेस सेंटरों में कम्यूनिटी हेल्थ ऑफिसर (सीएचओ) भी नियुक्त हो चुके हैं। बाकी में नियुक्ति को लेकर भर्ती प्रक्रिया जारी है। इसे जिले की स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार को लेकर इसे विभाग का दमदार कदम माना जा रहा है।
डॉ. भीमराव अंबेडकर जयंती पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने छत्तीसगढ़ से आयुष्मान भारत योजना को लांच किया। इसके दो कंपोनेंट हैं। पहला 10.74 लाख परिवारों को मुफ्त 5 लाख रुपये का स्वास्थ्य बीमा। दूसरा हेल्थ वेलनेस सेंटर। इस दौरान उन्होंने कहा कि सरकार 2022 तक एक लाख पचास हजार हेल्थ सब सेंटर को हेल्थ एवं वेलनेस सेंटर में बदलेगी।
इस वित्तीय साल में 18,840 सब सेंटर को वेलनेस केंद्र में बदला जाना है। इस योजना से देश की 40 प्रतिशत गरीब जनता को स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ मिलेगा। बता दें कि हेल्थ एंड वेलनेस केंद्र सब -सेंटर व पीएचसी के मध्य की कड़ी हैं। इन केंद्रों पर ना सिर्फ छोटी-मोटी बीमारियों का इलाज हो रहा है बल्कि गंभीर बीमारियों की जांच भी की जा रही है। जिले पर एक नजर
नूंह जिले में 19 पीएचसी हैं जिनमें से 5 वेलनेस सेंटर में बदल चुकी हैं। 7 और पीएचसी को इन सेंटरों में बदलने का काम जारी है। जिले में 94 हेल्थ सब सेंटर हैं। इनमें से 44 सब सेंटरों को वेलनेस सेंटर में बदला जा चुका है। अब द्वितीय चरण में बाकी सब सेंटरों को वेलनेस सेंटरों में बदला जाएगा। दिसंबर तक ये कार्य पूरा होने की उम्मीद है। हिदुस्तान लाइफ केयर लिमिटेड द्वारा ये कार्य किया जा रहा है। केंद्र पर ये सुविधाएं :
विभाग के अनुरूप हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर में 12 तरह की सुविधाएं हैं। यहां इलाज के साथ-साथ जांच की भी सुविधा है। मेटरनल हेल्थ और डिलीवरी की सुविधा, नवजात और बच्चों के स्वास्थ्य, किशोर स्वास्थ्य सुविधा, कॉन्ट्रासेप्टिव सुविधा, संक्रामक और असंक्रामक रोगों से उपचार की सुविधा, आंख-कान-नाक-गले से संबंधित बीमारी के इलाज के लिए अलग से यूनिट है। स्वास्थ्य सेवाओं में ऊंची उड़ान को लेकर हेल्थ एंड वेलनेस केंद्र बेहद कारगर साबित हो रहे हैं। इसको ²ष्टिगत रख विभाग ने जिले के समस्त सब सेंटरों व पीएचसी को इन सेंटरों में बदलने का निर्णय लिया। 44 सब सेंटर व 5 पीएचसी वेलनेस सेंटर में बदल चुके हैं। दिसंबर तक बाकी भी वेलनेस सेंटरों में बदल जाएंगे। वहीं 34 वेलनेस सेंटरों पर सीएचओ भी नियुक्त कर दिए गए हैं। बाकियों पर नियुक्तियों को लेकर भर्ती प्रक्रिया जारी है।
- सनोवर निशा, डीपीएम, हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर