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नूंह का गांधी पार्क बना आवारा पशुओं की आरामगाह

नूंह का गांधी पार्क फिलहाल आवारा पशुओं की आरामगाह बना हुआ है। पार्क में सुबह-शाम शहरवासियों की जगह आवारा पशु टहलते हैं। ऐसे में पार्क में आने से बच्चे भी डरते हैं। विशेष बात ये है कि पार्क की चारों तरफ की ग्रिल और चारदीवारी बिल्कुल उखड़ चुकी है और यहां कोई चौकीदार तक तैनात नहीं है। ऐसे हालात में आवारा पशु आराम से पार्क में घुस आते हैं और फिर यहां पेड़-पौधों को भी नुकसान पहुंचाते हैं। शहरवासी भी नपा प्रशासन को इस संबंध में कई बार अवगत करा चुके हैं, लेकिन पार्क की तरफ किसी का ध्यान नहीं है। जिससे शहरवासियों में भी रोष पनप रहा है। बता दें, कि जिला मुख्यालय होने के बावजूद नूंह शहर में केवल दो छोटे-छोटे तिकौना पार्क बने हुए हैं। शहर का गांधी

By JagranEdited By: Published: Sat, 10 Nov 2018 06:21 PM (IST)Updated: Sat, 10 Nov 2018 06:21 PM (IST)
नूंह का गांधी पार्क बना आवारा पशुओं की आरामगाह
नूंह का गांधी पार्क बना आवारा पशुओं की आरामगाह

जागरण संवाददाता, नूंह: नूंह का गांधी पार्क फिलहाल आवारा पशुओं की आरामगाह बना हुआ है। पार्क में सुबह-शाम शहरवासियों की जगह आवारा पशु टहलते हैं। ऐसे में पार्क में आने से बच्चे भी डरते हैं। विशेष बात ये है कि पार्क की चारों तरफ की ग्रिल और चारदीवारी बिल्कुल उखड़ चुकी है और यहां कोई चौकीदार तक तैनात नहीं है। ऐसे हालात में आवारा पशु आराम से पार्क में घुस आते हैं और फिर यहां पेड़-पौधों को भी नुकसान पहुंचाते हैं। शहरवासी भी नपा प्रशासन को इस संबंध में कई बार अवगत करा चुके हैं, लेकिन पार्क की तरफ किसी का ध्यान नहीं है। इससे शहरवासियों में भी रोष पनप रहा है।

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बता दें, कि जिला मुख्यालय होने के बावजूद नूंह शहर में केवल दो छोटे-छोटे तिकौना पार्क बने हुए हैं। शहर का गांधी पार्क और शहीद पार्क दोनों की गुरुग्राम-अलवर हाइवे पर स्थित हैं। इस हाइवे से हर रोज दर्जनों अधिकारी अपने कार्यालयों के लिए जाते हैं, लेकिन किसी का ध्यान पार्क की अनदेखी की तरफ नहीं जाता है। शहीद पार्क की स्थिति तो कमोबेश ठीक है, लेकिन नूंह के गांधी पार्क की हालात दयनीय है। पार्क की लाइटों से लेकर फव्वारा तक सभी खराब पड़ा है। शाम ढलते ही पार्क में अंधेरा पसर जाता है। सुबह के समय पार्क में लोगों की जगह पशु टहलते हैं। चारों तरफ गंदगी का आलम है। इससे शहरवासियों को भी पार्क का कोई लाभ नहीं मिल रहा है। हालांकि पार्कों के बारे में नपा प्रशासन बार-बार मरम्मत कराने की बात तो कहता है, लेकिन बाद में फिर वहीं ढाक के तीन पात। शहरवासी आसिफ अली, मकसूद अहमद, हाजी जुबेर, समसुद्दीन, मोहम्मद शाद सहित अन्य ने नपा प्रशासन की सुध लेने की मांग की है। गांधी पार्क की मरम्मत के लिए एस्टीमेट तैयार कराया जा रहा है। एस्टीमेट तैयार होते ही टैंडर लगाया जाएगा। इसके बाद पार्क की मरम्मत का कार्य शुरू किया जाएगा। शहरवासियों को किसी प्रकार की परेशानी नहीं होने दी जाएगी।

-सीमा ¨सगला, चेयरपर्सन नूंह नगरपालिका।


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