मेवात में तूफानी बारिश के साथ जमकर हुई ओलावृष्टि, 18 दुधारु मवेशियों की मौत
बुधवार की देर शाम तूफानी बारिश के साथ जमकर हुई ओलावृष्टि से 18 दुधारु मवेशियों की मौत हो गई। घटना खंड के गांव शाहपुर खेड़ा और पथराली गांव की है। यहां दोनों गांवों में बारिश और आकशीय बिजली के साथ हुई ओलावृष्टि ने इन मवेशियों की जान ले ली।
फिरोजपुर झिरका नूंह मेवात [अख्तर अलवी]। उपमंडल के ग्रामीण हल्कों में विंगत दिनों से जोरदार बारिश और ओलावृष्टि होने का क्रम जारी है। बुधवार की देर शाम तूफानी बारिश के साथ जमकर हुई ओलावृष्टि से 18 दुधारु मवेशियों की मौत हो गई। घटना खंड के गांव शाहपुर खेड़ा और पथराली गांव की है। यहां दोनों गांवों में बारिश और आकशीय बिजली के साथ हुई ओलावृष्टि ने इन मवेशियों की जान ले ली। घटना के समय सभी पशु जंगल में चरने गए हुए थे। इसी दौरान यह हादसा। पीड़ित पशुपालकों ने जिला प्रशासन से मदद की गुहार लगाई है।
बता दें कि पिछले चार-पांच दिनों से क्षेत्र में रूक रूककर हो रही बारिश गर्मी से निजात दिलाने का काम कर रही। लेकिन, बुधवार की शाम यह बारिश क्षेत्र के लोगों पर काल बनकर टूटी। अचानक तेज हवाओं के साथ हुई जबरदस्त और बारिश और इसके साथ पड़े ओले व आकाशीय बिजली ने शाहपुर खेड़ा में 15 और पथराली में तीन मवेशियों की जान ले ली।
ग्रामीण जफरुदीन, शमशूदीन, हामिद खान, लियाकत खान, असलम आदि ने बताया कि बुधवार की जोरदार बारिश और तूफान ने काफी नुकसान किया है। यह बारिश जहां मवेशियों की जान की दुश्मन बन गई वहीं इससे किसानों को भी काफी नुकसान हुआ है।
ग्रामीण हल्कों में कच्चे फूंस व टीन शेड से मकानों को आंधी तूफान और बारिश ने पूरी तरह तबाह कर दिया। बारिश के साथ हुई ओलावृष्टि और आकाशीय बिजली ने दुधारु मवेशियों में बकरियों को सबसे ज्यादा नुकसान पहुंचाया है। इसके अलावा कई जगह बिजली के पोल, पेड़ टूटने से भी नुकसान हुआ है। रिहायशी इलाकों में पेड़ों के गिरने से कई ग्रामीण बाल बाल बच गए। उधर आंधी के झोकों की वजह से बिजली के पोल गिरने से उपमंडल के दर्जनभर से अधिक गांवों में बिजली आपूर्ति ठप हो गई। बिजली निगम के कर्मचारी बिजली आपूर्ति को दुरुस्त करने में देर रात लगे रहे।