Mewat: दिसंबर 2023 तक मीजल्स रूबेला बीमारियों से मुक्त करने की कवायद
Mewat खसरा रूबेला अभियान संबंधी जिला स्तरीय टास्क फोर्स समिति की बैठक का आयोजन किया गया। उन्होंने कहा कि बच्चों को खसरा रुबेला से बचाने के लिए जिला में जागरूकता कैंप 15 से शुरु होकर 30 नवंबर तक आयोजित किया जाएगा तथा टीकाकरण अभियान एक दिसंबर से शुरू किया जाएगा।
मेवात, जागरण संवाददाता: अतिरिक्त उपायुक्त डा. आनन्द कुमार शर्मा की अध्यक्षता में सोमवार को खसरा रूबेला अभियान संबंधी जिला स्तरीय टास्क फोर्स समिति की बैठक का आयोजन किया गया। उन्होंने कहा कि बच्चों को खसरा रुबेला से बचाने के लिए जिला में जागरूकता कैंप 15 से शुरु होकर 30 नवंबर तक आयोजित किया जाएगा तथा टीकाकरण अभियान एक दिसंबर से शुरू किया जाएगा।
उन्होंने बताया अभियान के अंतर्गत 30 नवंबर तक जिले में आशा कार्यकर्ता द्वारा सर्वे कार्य किया जायेगा। सर्वे में यदि 2 वर्ष से अधिक आयुवर्ग के बच्चे टीके से छूटे पाये जाते हैं और वे बच्चे यदि प्ले स्कूल, नर्सरी, एल.के.जी., यू.के.जी. में अध्ययनरत हैं तो उस क्षेत्र के स्कूल मे ए.एन.एम. द्वारा उनका टीकाकरण किया जायेगा।
उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए है कि सभी अधिकारी आपसी तालमेल के साथ कार्य करें। उन्होंने सभी संबंधित एसडीएम को निर्देश दिए है कि सभी अपने-अपने उपमंडल में 15 से शुरू होने वाले कैंपों का दौरा करें और लोगों को ज्यादा से ज्यादा इस बारे में जागरूक करें।
स्वास्थ्य विभाग द्वारा पूरे जिले में उच्च जोखिम वाले 52 गांवों में स्पेशल कैंप का आयोजन किया जाएगा। एडीसी ने एसडीएम को कहा कि वे सभी अपने क्षेत्र में आने वाले गांवों में जाकर सरपंच के माध्यम से गांव में वैक्सीनेशन के बारे में जानकारी दें। उन्होंने बताया कि खसरा-रूबेला अभियान का मुख्य उद्देश्य है कि जिला दिसंबर 2023 तक मीजल्स रूबेला बीमारियों से मुक्त हो सकें। 9 माह से लेकर 5 वर्ष तक के सभी छूटे हुए बच्चों को खसरा जैसी जानलेवा बीमारी से बचाव के लिए टीके लगाए जाएंगे।
एडीसी ने निर्देश दिए है कि ज्यादा से ज्यादा लोगों को इस बारे में जागरूक करें। इस अवसर पर एसडीएम फिरोजपुर-झिरका दीपक बाबुलाल, एसडीएम पुन्हाना मनीषा शर्मा, एसडीएम नूंह अश्वनी कुमार, एसडीएम तावडू़ रणबीर सिंह, जिला शिक्षा अधिकारी रामफल धनखड़, सीएमओ डा. सुरेन्द्र यादव आदि थे।