Mewat News: दिल्ली के टैक्सी चालक की लूट के बाद अलवर में हत्या, मेवात के हत्यारों ने रची थी साजिश
Mewat News बदमाश से जब पूछताछ की गई तथा गाड़ी की खोजबीन की गई तो वो गाड़ी अलवर थाना क्षेत्र के उस मुकदमें मिली जिसमें टैक्सी कंपनी के मालिक द्वारा गाड़ी और ड्राइवर के गायब होने की रिपोर्ट दर्ज करवाई गई थी।
मेवात/फिरोजपुर झिरका [अख्तर अलवी] । दिल्ली के एक टैक्सी चालक की अलवर में बदमाशों द्वारा लूट के बाद हत्या कर देने का सनसनीखेज मामला सामने आया है। हत्यारे नूंह तथा फिरोजपुर झिरका खंड के एक गांव के बताए जा रहे हैं। जानकारी मिली है कि पुलिस ने इस मामले में जुड़े एक आरोपित को गिरफ्तार कर लिया है। उससे लूट की टैक्सी भी बरामद हो गई है।
हत्यारोपित की निशानदेही पर पुलिस ने टैक्सी चालक के शव को भी निर्माणाधीन दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस-वे के निकट से ढूंढ निकाला है। टैक्सी चालक की हत्या और लूट मामले में कुल छह बदमाशों के होने का अंदेशा जताया जा रहा है। मामले से जुड़े पांच अन्य आरोपितों की तलाश में राजस्थान और हरियाणा की पुलिस संयुक्त रूप से छापामारी कर रही है। मृतक की पहचान फरीदाबाद निवासी विशाल सिंह (42) पुत्र ओमसिंह के रूप में हुई है।
सिलसिले वार जानते हैं कैसे रची गई साजिश
42 वर्षीय विशाल सिंह एक प्राइवेट कंपनी की टैक्सी चलाता था। घटना 19 सितंबर की है जहां वो दिल्ली के अंतराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर प्रतिदिन की तरह सवारियों के इंतजार में खड़ा था। इसी दौरान पांच से छह लोग आए जिन्हें अलवर (राजस्थान) जाना था कहकर विशाल की टैक्सी को किराए पर कर लिया।
विशाल बदमाशों को उनके बताए होटल यानी लेमन ट्री में लेकर पहुंच गया। यहां बदमाशों ने कहा उन्हें वापस जाना है। विशाल को वो वापस लेकर अलवर से होते हुए नौगांवा (अलवर) थाना क्षेत्र के गांव रसगण लेकर आ गए। यहां बदमाशों ने विशाल की हत्या कर दी और टैक्सी को लूट लिया। हत्यारों ने विशाल के शव को निर्माणाधीन न्यू दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस-वे के निकट फेंक दिया।
ऐसे पकड़े गए हत्यारे
19 तारीख की रात को टैक्सी चालक विशाल की हत्या के बाद से ही हत्यारे लूटी गई टैक्सी को वो फर्जी नंबर प्लेट लगाकर चला रहे थे। 25 सितंबर कीदेर रात हत्यारे इस टैक्सी को लेकर निर्माणाधीन न्यू दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस-वे पर लेकर घूम रहे थे। जब वो एक गांव से निकले तो वहां के लोगों ने देखा कि उनकी गाड़ी की नंबर प्लेट किसी अज्ञात गाड़ी पर लगी हुई है।
पूछताछ के लिए जब लोगों द्वारा रोका गया तो टैक्सी में सवार बदमाशों ने ग्रामीणों पर फायर कर दिया। इसी दौरान ग्रामीणों ने भी बदमाशों का डटकर मुकाबला किया और एक बदमाश को पकडक़र पुलिस के हवाले कर दिया जबकि एक फायरिंग कर फरार हो गया। ग्रामीणों द्वारा नूंह की पुलिस के हवाले किए गए बदमाश से जब पूछताछ की गई तथा गाड़ी की खोजबीन की गई तो वो गाड़ी अलवर थाना क्षेत्र के उस मुकदमें मिली जिसमें टैक्सी कंपनी के मालिक द्वारा गाड़ी और ड्राइवर के गायब होने की रिपोर्ट दर्ज करवाई गई थी।
नूंह पुलिस द्वारा तत्काल इसकी सूचना अलवर पुलिस को दी गई जिसके बाद अलवर पुलिस ने बदमाश को हिरासत में लेकर उससे गहनता से पूछताछ की तो उसने सारी घटना का खुलासा कर दिया और टैक्सी चालक विशाल की हत्या की बात कबूलते हुए उसके शव को निर्माणाधीन एक्सप्रसे-वे से बरामद करवा दिया। राजस्थान पुलिस के लिए सप्ताह पहले हुए इस मर्डर की गुत्थी एक रहस्य ही बनकर रह जाती, यदि ग्रामीण बदमाश को पकडक़र पुलिस के हवाले न करते।