लीड..बोर्ड के नकल उन्मूलन अभियान की उड़ रही धज्जियां
नकल रहित परीक्षा कराने के शिक्षा विभाग व जिला प्रशासन के दावे नूंह जिले में पूरी तरह से फेल होते नजर आ रहे हैं। शुक्रवार को 10वीं का अंग्रेजी का पहला पेपर था। 12 हजार से अधिक विद्यार्थियों ने यह परीक्षा दी। लेकिन दसवीं व 12वीं की परीक्षाओं को नकल रहित कराने में शिक्षा विभाग बेबस रहा। बाहरी तत्व परीक्षा केंद्र के भीतर जाकर नकल फेंक रहे हैं। पुलिसकर्मियों के परीक्षा केंद्रों पर होने के बावजूद नकल पर रोक नहीं लग पा रही है।
जागरण संवाददाता, नूंह : नकल रहित परीक्षा कराने के शिक्षा विभाग और जिला प्रशासन के दावे जिले में पूरी तरह से फेल होते नजर आ रहे हैं। शुक्रवार को 10वीं का अंग्रेजी का पहला पेपर था। करीब 12 हजार से अधिक विद्यार्थियों ने यह परीक्षा दी। दसवीं और 12वीं की परीक्षाओं को नकल रहित कराने में शिक्षा विभाग बेबस रहा। बाहरी तत्व परीक्षा केंद्र के भीतर जाकर नकल फेंक रहे हैं। पुलिसकर्मियों के परीक्षा केंद्रों पर होने के बावजूद नकल पर रोक नहीं लग पा रही है। इतना ही नहीं कई परीक्षा केंद्र के भीतर परीक्षार्थी नकल करते देखे जा रहे है।
धारा 144 का कोई असर नहीं
परीक्षा केंद्रों पर धारा 144 लगने के बावजूद इसका कोई असर नहीं दिख रहा है। सभी परीक्षा केंद्रों के बाहर 200 मीटर के भीतर बाहरी तत्व दिखाई दे रहे है। जिला मुख्यालय की बात करें तो यहां परीक्षा केंद्रों पर नियमों की धज्जियां उड़ रही है। कहा जा सकता है कि जब जिला मुख्यालय के परीक्षा केंद्रों के हालात इस प्रकार के हैं तो अन्य जगहों पर बनाए परीक्षा केंद्रों के हालात किस प्रकार होंगे अंदाजा लगाया जा सकता है।
58 परीक्षा केंद्रों पर 12252 विद्यार्थियों ने दी परीक्षा
10वीं और 12वीं की परीक्षा के लिए जिले के 37 स्कूलों में 58 परीक्षा केंद्र बनाए गए है। इनमें रेगुलर, रिअपीयर और ओपन के करीब 12252 परीक्षार्थियों ने परीक्षा दपी। वहीं नकल रोकने के लिए जिले में दस से अधिक उड़नदस्तों की टीम बनाई गई है। एक उड़नदस्ते में बोर्ड के चेयरमैन, एक उड़नदस्ते में बोर्ड के सचिव, एक उड़नदस्ते में डीसी, दो उड़नदस्ते एसडीएम, एक उड़नदस्ता सीटीएम, एक उड़नदस्ता डीईओ, एक उड़नदस्ता डीईईओ और पांच उड़नदस्ते बीईओ के हैं।
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नकल पर रोक लगाने के पूरे प्रयास किए जा रहे है। सभी परीक्षा केंद्रों पर चेकिग की जा रही है। नकल रोकने को लेकर सभी परीक्षा केंद्र अधीक्षक को सख्त दिशा-निर्देश दिए गए है। लापरवाही बरतने वालों पर कार्रवाई की जाएगी।
डॉ. दिनेश कुमार शास्त्री, डीईओ।